नई दिल्ली: भारत-यूरोपीय संघ के बीच बुधवार को वर्चुअल माध्यम से 15 वी शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘भारत और यूरोपीय संघ प्राकृतिक साझेदार हैं. हमारी साझेदारी विश्व की शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है. यह वास्तविकता आज वैश्विक स्थिति में और भी स्पष्ट हो गई है.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमें कोरोना वायरस के कारण मार्च में भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन रद्द करना पड़ा. यह अच्छा है कि हम आज वर्चुअल माध्यम से एक साथ आने में सक्षम हैं.’ उन्होंने कहा, ‘वर्तमान चुनौतियों के अलावा, जलवायु परिवर्तन जैसी दीर्घकालिक चुनौतियां भी भारत और यूरोपीय संघ के लिए प्राथमिकता हैं. भारत में नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने के हमारे प्रयासों में, हम यूरोप से निवेश और प्रौद्योगिकी को आमंत्रित करते हैं.’
India and EU are natural partners. Our partnership is significant for peace and stability of the world. This reality has become even more clear in the global situation today: Prime Minister Narendra Modi at the 15th India-EU (virtual) summit pic.twitter.com/dltbiL0zLO
— ANI (@ANI) July 15, 2020
यूरोपीय संघ के साथ भारत के सहयोग के लिए धन्यवाद
भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन के दौरान यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने कहा, ‘मैं आपके देश द्वारा यूरोपीय संघ के साथ दिखाए गए सहयोग के लिए भारत को धन्यवाद देना चाहता हूं. मैं आपकी भूमिका को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहूंगा, COVID19 महामारी से निपटने में बहुपक्षीय.’
I would like to thank India for the cooperation your country has shown with the EU. I would like to pay tribute to your role nationally and internationally, multilaterally in combating COVID19 pandemic: European Council President Charles Michel during India-EU Summit pic.twitter.com/qqZuGjh3C8
— ANI (@ANI) July 15, 2020
बैठक से पहले हुआ परमाणु समझौता
भारत और यूरोपीय संघ के बीच शिखर सम्मेलन के पहले 13 साल से चली आरही वार्ता के बाद असैन्य परमाणु समझौता हो गया है. समझौते के बाद परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के लिए अनुसंधान और विकास सहित असैनिक परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में व्यापक सहयोग के साथ काम करेंगे.