नई दिल्ली: कुवैत सरकार द्वारा लाए एक्सपेट कोटा बिल पर गुरुवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘ कुवैत में हुए घटनाक्रम पर निकटता से नजर बनी हुई है. इस मामले पर भारत और कुवैत के विदेश मंत्रियों के बीच चर्चा हुई है. हम उत्कृष्ट द्विपक्षीय संबंधों को साझा करते हैं, जो लोगों से लोगों के बीच गहराई से जुड़ते हैं.’
Closely following developments in Kuwait. This matter has been discussed between Foreign Ministers of India & Kuwait. We share excellent bilateral ties which are deeply rooted in people to people linkages: Anurag Srivastava, official spox, MEA on Kuwait’s expat quota bill (1/2) pic.twitter.com/YmO7gS2LKT
— ANI (@ANI) July 9, 2020
आयोजित प्रेस वार्ता में प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘ कुवैत सहित पुरे गल्फ क्षेत्र में भारतीय समुदाय में उनके योगदान को अच्छी तरह से पहचाना जाता है. हमने अपनी उम्मीदों को साझा किया है कि कुवैत फैसले में इसे ध्यान में रखे.’
Indian community in Kuwait is well-regarded in Kuwait and elsewhere in the Gulf region & their contributions are well recognised. We’ve shared our expectations that Kuwait’s decision will take into account: Anurag Srivastava, official spox, MEA on Kuwait’s expat quota bill (2/2)
— ANI (@ANI) July 9, 2020
बतादें कि कुवैत की नेशनल असेंबली की कानूनी और विधायी समिति ने प्रवासी कोटा बिल को मंजूरी दे दी है. इस बिल की मंजूरी से यहां पर काम कर रहे 8 लाख भारतीयों की नौकरियों पर असर पड़ेगा और उन्हें देश छोड़ना पड़ सकता है.
दरअसल पिछले महीने कुवैत के प्रधानमंत्री शेख सबा अल खालिद अल सबाह ने प्रवासियों की कुल 70 फीसदी आबादी को घटाकर 30 प्रतिशत करने का प्रस्ताव रखा था, जिसे मंजूर कर लिया गया है. बिल के मंजूर होने से कुवैत में रहने वाले दुनिया के अन्य देशों के प्रवासी भी प्रभावित होंगे.