नयी दिल्ली. अभी आ रही खबर के अनुसार संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के शारजाह (Sharjahan) से लखनऊ (Lucknow) आ रही इंडिगो की फ्लाइट (Indigo Flight) की कराची (Karachi) में आपात मेडिकल इमरजेंसी लैंडिंग (Medical Emergency Landing) कराई गई है। वहीं बताया जा रहा है कि एक पैंसेजर की तबीयत अचानक ही बहुत बिगड़ गई थी। वहीं कराची में इस प्लेन को इमरजेंसी लैंडिंग कराकर पैंसेजर का इलाज करने की कोशिश की गई, लेकिन अफ़सोस कि उसकी जान फिर भी नहीं बचाई जा सकी।
क्या है घटना:
वहीं इंडिगो एयलाइन की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि मेडिकल इमरजेंसी के चलते शारजाह से लखनऊ जाने वाली इंडिगो की उड़ान 6E 1412 की कराची में आपात मेडिकल इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी। दुर्भाग्य से इस यात्री को बचाया नहीं जा सका और हवाई अड्डे में मौजूद मेडिकल टीम द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही जिओ न्यूज के मुताबिक, लखनऊ जा रही फ्लाइट जब पाकिस्तानी एयरस्पेस में थी, तभी एक पैसेंजर की अचानक ही तबीयत खराब हो गई थी। इसके तुरंत बाद ही फ्लाइट के कैप्टन ने पाकिस्तान एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया और फौरान ही कराची एयरपोर्ट पर मेडिकल इमरजेंसी लैंडिंग की इजाजत मांगी। इस इजाजत मिलने के तुरंत बाद सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर इंडिगो की उड़ान 6E 1412 की कराची के जिन्नाह एयरपोर्ट पर लैंडिंग की गई।
IndiGo flight 6E 1412 from Sharjah to Lucknow was diverted to Karachi due to a medical emergency. Unfortunately, the passenger could not be revived and was declared dead on arrival by the airport medical team: IndiGo
— ANI (@ANI) March 2, 2021
पाकिस्तान ने दिया साथ:
गौरतलब है कि कराची एयरपोर्ट के अधिकारियों के मुताबिक, 67 वर्षीय हबीबुर रहमान का निधन फ्लाइट में ही हो गया था। उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ था। इसके बाद पैसेंजर के मृत घोषित होने पर तमाम लीगल कार्यवाही करने के बाद ही फ्लाइट सुबह 8 बजकर 36 मिनट पर भारत के लिए रवाना हो गयी। बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब कोई भारतीय विमान की पाकिस्तान में इमरजेंसी लैंडिंग की हो। इससे पहले भी बीते नवंबर में भारत से सऊदी अरब जा रहे विमान की पाकिस्तान के पोर्ट सिटी में मेडिकल इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी। उस समय भी एक पैसेंजर की तबीयत अचानक ही बिगड़ गई थी। उसे हार्ट अटैक ही आया था। हालांकि, उस पैंसेजर की भी जान भी नहीं बचाई जा सकी थी। लेकिन इस प्रकार दोनों ही देशों ने अपने मतभेदों को बुलाकर मानवता को आगे रखा।