बच्चू कडु नाराज, कहा उद्धव सरकार में हमारी कोई पूछ नहीं

मुंबई, महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार को बने ज्यादा दिन नहीं हुए हैं। लेकिन इनमे आपसी फुट अब रोज की बात बन गयी है जिससे इस सरकार के कार्य दक्षता पर भी प्रश्न उठ रहा है। ताजा प्रकरण में मामला

Loading

मुंबई, महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार को बने ज्यादा दिन नहीं हुए हैं। लेकिन इनमे आपसी फुट अब रोज की बात बन गयी है जिससे इस सरकार के कार्य दक्षता पर भी प्रश्न उठ रहा है। ताजा प्रकरण में मामला महारष्ट्र राज्य मंत्री बच्चू कडु का है। कडु प्रहार जनशक्ति पार्टी से ताल्लुक रखते हैं और शिवसेना कोटे से राज्य मंत्री बने है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कैबिनेट स्तर की मीटिंग में राज्य मंत्रियों को बुलाया भी नहीं जाता आउट इतना ही नहीं राज्य मंत्रियो को उतनी तवज्जो जाती जितने के वे हक़दार हैं। 

दरअसल ये मुदा उस चिट्टी के आने से उठा जो मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मंत्रिमंडल में, राज्य स्तर के छह मंत्रियों ने मिलके लिखा। इसमें कहा जा रहा कि कैबिनेट मंत्री किसी महत्वपूर्ण फैसले पर राज्य स्तर मंत्रियों को नहीं पूछ रहे हैं। इतना ही नहीं बच्चू कडु ने यह भी कहा की अब्दुल सत्तार, अदिति तटकरे, दत्ता भरने और वे स्वयं ने मिलकर एक रिपोर्ट बनायीं हैं। इस रिपोर्ट पर यह कहा गया कि किस प्रकार राज्य स्तरीय मामलों पर राज्य स्तर के ही मंत्रियों को पूछा भी नहीं जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य स्तर पर जिम्मेदार हम लोगो पर आ जाती है और हमें भी अपने राज्यों में कैबिनेट के फैसलों का जवाब देना होता है। 

कडु यह भी कहते हैं कि "कैबिनेट मंत्री हमारी कोई इज़्ज़त नहीं करते उलटे उन्हें डांटा भी जाता है। समीक्षा बैठकों में क्या होता है, यह भी नहीं बताया जाता ।हालाँकि इस शिकायत पर गौर करते हुए अजीत पवार ने अपने कैबिनेट मंत्रियों को समझाइश दी है।" उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी सरकार के समय हमारी सुनी भी नहीं जाती थी। राज्यों में क्या होना है, यह सब पार्टी के बड़े ही तय करते थे। उद्धव जी कि सरकार नयी-नयी है, थोड़ा समय लगेगा पर हमें यही उम्मीद है और प्रार्थना है कि राज्य स्तरीय मंत्रियों को भी सरकार में तवज्जो दी जाये। अब बच्चू कडु अपनी व्यथा तो कह गए लेकिन बातों-बातों में वह ये भी समझा गए की उध्हव सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।