नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) पिछले आठ महीने से जारी है। केंद्र और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत भी हुई है। लेकिन मामले का कोई हल नहीं निकल सका है। दूसरी तरफ आज दिल्ली (Delhi) के जंतर-मंतर पर किसान संसद (Kisan Sansad) चल रही है। इसी बीच अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह (Farmer Union Leader Hannan Mollah) ने प्रेस वार्ता कर सांसदों से किसानों के सवाल उठाने की अपील की है।
ज्ञात हो कि अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि किसानों की बात संसद नहीं सुन रही है इसलिए सभी सांसदों को हमने चिट्ठी दिया है कि हमारे वोट से जीते हैं तो ऐसा करें कि हम वोट देते समय याद रखें। ईमानदार हैं तो हमारा सवाल उठाएं। आज हम यहां आए।
किसानों की बात संसद नहीं सुन रही है इसलिए सभी सांसदों को हमने चिट्ठी दिया है कि हमारे वोट से जीते हैं तो ऐसा करें कि हम वोट देते समय याद रखें। ईमानदार हैं तो हमारा सवाल उठाएं। आज हम यहां आए: ‘किसान संसद’ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह pic.twitter.com/aZK7d9oIWj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2021
हन्नान मोल्लाह ने कहा कि यह 13 अगस्त तक लगातार चलेगा। प्रतिदिन 200 किसान सिंघु बॉर्डर से आएंगे और किसानों के मुद्दे पर चर्चा होगी। आज 3 कानूनों के पहले कानून APMC पर चर्चा हुई। इसके बाद हम कानून को संसद में खारिज करेंगे और संसद से अपील करेंगे कि ‘किसान संसद’ की बात मानकर कानून खारिज करे।