नयी दिल्ली. उच्चतम न्यायालय कोविड की वजह से लागू लॉकडाउन के दौरान वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से मुकदमों की सुनवाई करने वाले वैश्विक नेता के रूप में उभरा है और वह इस अवधि में सात हजार से ज्यादा मामलों की सुनवाई करने का विशेष लक्ष्य हासिल करेगा। उच्चतम न्यायालय की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार शीर्ष अदालत शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से सुनवाई के 57वें दिन 7,197 मामले की सुनवाई करेगा जबकि उसकी 11 पीठ 206 मामलों की सुनवाई करेंगी। भारत में 25 मार्च से शुरू हुये लॉकडाउन के बाद से उच्चतम न्यायालय की 617 पीठ ने वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से 6,991 मामलों की सुनवाई की। इन 617 पीठ में से 293 ने वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से मुख्य मामलों की सुनवाई की जबकि 324 पीठ ने पुनर्विचार याचिकाओं पर गौर किया। इसी तरह, रजिस्ट्रार के न्यायालय ने भी 150 मामलों पर विचार किया।
वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से मुकदमों की सुनवाई में वकीलों की भागीदारी में तेजी से वृद्धि हुये और वीडियो लिंक के जरिये करीब 25,000 वकीलों ने इसका उपयोग किया। शीर्ष अदालत की विभिन्न पीठ ने इस दौरान 670 फैसले सुनाये। इनमें 132 मुख्य मामले थे जबकि 538 इनसे जुड़े हुये प्रकरण थे। इस अवधि में न्यायालय ने जेलों में कोरोना वायरस की रोकथाम और वीडियो कांफ्रेन्सिग के माध्यम से मुकदमों की सुनवाई के लिये दिशा निर्देश जैसे महत्वपूर्ण मामलों में फैसले सुनाये। इस तरह वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से मुकदमों की सुनवाई करने वाले न्यायालयों में उच्चतम न्यायालय सबसे आगे रहा है। ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय ने 24 मार्च से अभी तक 10 मुकदमों की सुनवाई की और 15 फैसला सुनाये।
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस तरह से सुने गये मुकदमों का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है जो हर साल दूसरी अदालतों के फैसलों के पुनरीक्षण के लिये दायर होने वाले करीब 7,000 मामलों से 100 से 150 याचिकाओं पर सुनवाई करता है। शीर्ष अदालत की वेबसाइट के अनुसार अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 30 मार्च से आठ जून की अवधि में 20 फैसले सुनाये जबकि आस्ट्रेलिया की शीर्ष अदालत ने सात अप्रैल से तीन जून के दौरान 94 मामलों की सुनवाई की और 12 फैसले सुनाये। कनाडाई सुप्रीम कोर्ट ने 27 मार्च से 11 जून के दौरान 173 मुकदमों की सुनवाई की ओर पांच फैसले सुनाये। इसी तरह, दक्षिण अफ्रीका के उच्चतम न्यायालय ने लॉकडाउन के दौरान 51 मामलों की सुनवाई की और 58 फैसले सुनाये और सिंगापुर के उच्चतम न्यायालय ने 146 मुकदमों की सुवाई की और 98 फैसले सुनाये। इस दौरान स्पेन की सुप्रीम कोर्ट दुनिया की अन्य शीर्ष अदालतों से ज्यादा व्यस्त रही और उसने 800 मुकदमों की सुनवाई की।