मध्यप्रदेश संकट: पुलिस वालों के साथ जीतू पटवारी की हाथापाई

बंगलुरु: मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट और गहराता जा रहा हैं. वहीँ सरकार बचाने के लिए कांग्रेस सहित कमलनाथ कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इसी के सिलसिले में बुधवार को सरकार में मंत्री जीतू पटवारी बागी

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बंगलुरु: मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट और गहराता जा रहा हैं. वहीँ सरकार बचाने के लिए कांग्रेस सहित कमलनाथ कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इसी के सिलसिले में बुधवार को सरकार में मंत्री जीतू पटवारी बागी विधायकों से मिलने बंगलुरु पहुँच गए हैं. लेकिन इसी दौरान उनकी वह मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ झड़प होगई हैं. जिसके बाद उन्हें हिरासत में लेलिया गया हैं. 

सिंधिया समर्थक विधयाको को मानाने पहुचे थे 
सरकार बचने लिए कमलनाथ अपनी हर कोशिश में लगे हुए है. वहीँ सिंधिया समर्थकों को मानाने और कांग्रेस में वापस लाने के लिए सरकार में मंत्री जीतू पटवारी, और कांग्रेस नेता लखन सिंह बंगलुरु के होटल में पहुँच गए हैं. जहाँ विधायक रुके हुए हैं. 

पुलिस से हुई हाथापाई, लिया हिरासत में 
इसी दौरान उन्हें पुलिस ने उन्हें विधायकों से मिलने  से रोक दिया. जिसके कारण जीतू पटवारी नाराज होगए हैं और मिलने की जिद करने लगे जिसके कारण पुलिस वाले और उनके बाच हाथापाई होगई. जिसके बाद पुलिस ने पटवारी को हिरासत में लेलिया हैं. लेकिन थोड़ी देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया. 

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कांग्रेस ने लगाया उत्पीड़न का आरोप 
जीतू पटवारी और पुलिस के बीच हुई धक्का मुक्की को लेकर कांग्रेस ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया हैं. कांग्रेस नेता विवेक तनखा ने पत्रकार सम्मेलन कर कहा, " हमारे दो मंत्री जीतू पटवारी और लाखन सिंह बेंगलुरु गए थे. उनके साथ मारपीट की गई, हमारे पास जानकारी है कि हमारे मंत्रियों को गिरफ्तार किया गया है। यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती है और हमारे मंत्रियों और विधायकों को रिहा नहीं करती है, तो हमें इसे अदालत में ले जाना होगा."

बतादें कि सिंधिया समर्थक 19 विधायकों ने 10 मार्च को मंत्री पद और विधायकी से इस्तीफ़ा देदिया हैं. जिसके बाद कमलनाथ सरकार संकट में आगई हैं. वहीँ सभी विधायक पीछे 10 दिनों से बंगलुरु के रिसॉर्ट में मौजूद हैं. जिसको मानाने के लिए कांग्रेस पार्टी हर कोशिश में लगे हुए हैं.