कोलकाता. देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus Infection) के बढ़ते मामलों को देखते हुए तीसरी लहर (Third Wave) की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में सभी राज्य वैक्सीनशन (Vaccination) की गति पर ध्यान दे रहे हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कोरोना की तीसरी लहर पर वैश्विक सलाहकार बोर्ड की बैठक की। इस दौरान उन्होंने ने आरोप लगाया कि जनसंख्या के घनत्व के अनुसार बंगाल को कम टीके मिले हैं। इस बैठक में नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी भी मौजूद थे।
CM ममता बनर्जी ने कहा कि, “गुजरात, यूपी, कर्नाटक को पर्याप्त मात्रा में कोरोना के टीके मिले हैं। मैं लोगों में भेदभाव नहीं करती। जनसंख्या के घनत्व के अनुसार बंगाल को कम टीके मिले हैं। मैं केंद्र से अनुरोध करूंगी और प्रधानमंत्री से राज्यों के बीच भेदभाव न करने की अपील करूंगी।”
Gujarat, UP, Karnataka have received enough amount of COVID vaccines. I don't discriminate among people. Bengal has received fewer vaccines as per its density of population. I would request the Centre and appeal PM not to discriminate among states: West Bengal CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/b9DoN7BAM9
— ANI (@ANI) August 5, 2021
वहीं अभिजीत बनर्जी ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या यह है कि केंद्र देश के लिए टीकों की आपूर्ति करने में सक्षम नहीं है। यदि पर्याप्त टीके होते, तो ये दावे नहीं उठते। उन्होंने कहा, जितना हमें पूरे देश के लिए वैक्सीन आपूर्ति का वादा किया गया उतना नहीं मिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल को कोविड-19 टीके की करीब 14 करोड़ खुराक की जरूरत है। राज्य में टीके की आपूर्ति नहीं बढ़ाई गई तो कोविड महामारी की स्थिति गंभीर हो सकती है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस साल के अंत में दुर्गा पूजा की छुट्टियों के बाद एक-एक दिन के अंतराल पर स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल में बुधवार को कोरोना के 826 नए मामले सामने आए थे, जबकि 10 मरीजों की जान चली गई थी। राज्य में कोरोना से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 15 लाख 30 हजार 850 हुई है और कोरोना से मरने वालों की संख्या 18 हजार 180 हो गई है।