मुंबई, महाराष्ट्र में बीजेपी को सत्ता से दूर हुए काफी वक़्त हो गया है। लेकिन गाहे-बगाहे अब भी बीजेपी-शिवसेना में आपस में तकरार आम बात हो गयी है। वहीशिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी के महा विकास अघाड़ी के
मुंबई, महाराष्ट्र में बीजेपी को सत्ता से दूर हुए काफी वक़्त हो गया है। लेकिन गाहे-बगाहे अब भी बीजेपी-शिवसेना में आपस में तकरार आम बात हो गयी है। वही शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी के महा विकास अघाड़ी के सत्ता में काबिज होने के बाद ये और ज्यादा बाद गया है। ताजा घटनाक्रम में बवाल के पुस्तक के कारण शुरू हुआ है। इस पुस्तक ‘आज के शिवाजी-नरेंद्र मोदी’ में प्रधानमंत्री मोदी की तुलना महाराष्ट्र के महानायक छत्रपति शिवाजी महाराज से की गयी है। जहाँ इस तुलना के कारण शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी की सत्ताधारी सरकार की त्योंरियां चढ़ी हुई हैं वहीं इसके चलते बीजेपी थोड़ी बैकफुट में जाती प्रतीत हो रही है। महा विकास अघाड़ी ने तो इसे सरासर छत्रपति शिवाजी का घोर अपमान बताया है।
जय भगवान गोयल आधी शिवसेनेत होते.महाराष्ट्र सदनावर हल्ला करताच त्याची शिवसेनेतून हकालपट्टी करण्यात आली.
शिवाजी महाराजाचा एकेरीत ऊललेख करून या महाशयांनी नरेंद्र मोदी यांची तुलना महाराजां बरोबर केली हे भाजपात शिरलेलया छत्रपतीचया वंशजांना मान्य आहे का? pic.twitter.com/TwoVw45V2h— Sanjay Raut (@rautsanjay61) January 12, 2020
सातारा गादीचे वारसदार श्रीमंत ऊदयन राजे श्रीमंत शिवेंद्रराजे कोल्हापूरचे छत्रपती संभाजी राजे यांना हे मान्य आहे का?
शिवरायांचया वंशजांनो बोला..
काहीतरी बोला.. pic.twitter.com/FVZEOIkn8v— Sanjay Raut (@rautsanjay61) January 12, 2020
निदान महाराष्ट्र भाजपाने तरी यावर भुमिका सपष्ट करावी.
छत्रपती शिवाजी महाराज यांची तुलना या विश्वात कुणाशीच होऊ शकत नाही..
एक सुर्य..एक चंद्र आणि एकच शिवाजी महाराज…छत्रपती शिवाजी महाराज… pic.twitter.com/A2bef0eKWs— Sanjay Raut (@rautsanjay61) January 12, 2020