खुफिया एजेंसियों का बड़ा खुलासा, ‘सिख फॉर जस्टिस’ खालिस्तानी झंडा फहराने के लिए लोगों को रहा उकसा

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नयी दिल्ली.  मोदी सरकार (Narendra Modi)  द्वारा लाये गए विवादस्पद नए ‘कृषि कानूनों’ (Farm Laws) का विरोध कर रहे किसान (Farmers Protest) आज 18 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं। मोदी सरकार से हो रही बातचीत में इस मसले पर किसानों से  कोई सहमति नहीं बनती दिखाई दे रही है।  हालांकि इस मुद्दे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,(Rajnath Singh) कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narender Singh Tomar) और किसानों के बीच हुई बैठक के बाद चिल्ला बॉर्ड़र (Chilla Border) को ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है। वहीं किसान नेताओं ने मांगे नहीं पूरी होने पर 14 दिसंबर से भूख हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।   

इन सबके के बीच एक खबर यह भी आ रही है किसान आंदोलन (Farmers Protest) के बीच देश विरोधी ताकतें अब पंजाब में भोले-भाले लोगों को भड़काने में जुट गयी हैं।  खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने ने इस पर खुलासा किया है कि ‘सिख फ़ॉर जस्टिस’ ( Sikhs for Justice) नाम का चरमपंथी संगठन पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर स्थित शंभू गांव में लोगों को भड़काने की अपनी बड़ी साजिश रच रहा है।  ये संगठन अब लोगों को खालिस्तानी झंडा फहराने के लिए भी उकसा रहा है।  गौरतलब है कि हाल ही में NIA ने खालिस्तानी चरमपंथी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ में शामिल 16 विदेशियों के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की थी।  

Courtsey: Nakshatra 

निजी मीडिया चैनल ‘आज तक’ के मुताबिक भारत की मल्टी एजेंसी सेंटर की रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि ‘सिख फॉर जस्टिस’ नामक संगठन  पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के ‘शम्भू’ गांव में ऐसी साजिश रच रहा है।  इनके रिपोर्ट के मुताबिक, सिख फॉर जस्टिस (SFJ) शम्भू-बॉर्डर पर खालिस्तानी झंडा फहराने के लिए लोगों को उकसा रहा है।  इसके साथ ही SFJ ने खालिस्तानी झंडा फहराने वाले लोगों को बड़ा इनाम देने की घोषणा की है।  इस रिपोर्ट के मुताबिक ‘खालिस्तान जिंदाबाद संगठन’ के कई पोस्टर भी चंडीगढ में लगाने की कोशिश की गई है।   

Courtsey: @modified_hindu

इसके पहले NIA ने खालिस्तानी चरमपंथी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ में शामिल 16 विदेशियों के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की थी।  इनमें परमजीत सिंह पम्मा, गुरपतवंत सिंह पन्नू और जेएस धालीवाल जैसे बड़े नाम शामिल हैं।  गौरतलब है कि कुछ कुछ सिख संगठन अलग ‘खालिस्तान’ बनाने के लिए अपने ‘रेफरेंडम 2020’ के बैनर तले एक अलग तरह का अलगाववादी अभियान चला रहे हैं।   NIA अब इन सभी आरोपियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई कर ही है।  वहीं इनमें से जिनकी भी संपत्ति फिलहाल प्रॉपर्टी भारत में है उन्हें जब्त किया जा रहा है।  विदित हो की सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के कई खालिस्तानी समर्थक जो अभी विदेशों में निवासरत हैं उनकी भी भारत में मौजूद संपत्ति को अब जब्त किया जाना है।  

Courtsey: Shivani dhillon

Courtsey: Aditya Raj Kaul