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मुंबई: महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) द्वारा सोमवार को जारी की गईं गाइडलाइन (Guideline) को लेकर राज्य में आनेवाले  यात्रियों की जांच शुरू कर दी है। दिल्ली-NCR (Delhi-NCR), राजस्थान (Rajasthan), गुजरात (Gujarat) और गोवा (Goa) से राज्य में आनेवाले लोगों की कोविड-19 (Covid-19) लक्षणों के लिए जांच की जा रही है और जिनमें लक्षण नहीं होंगे, केवल उन्हें ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। इन राज्यों से महाराष्ट्र में आनेवालों को अपनी कोरोना नेगटिव रिपोर्ट (Report) लाना अनिवार्य है। 

बता दें कि, महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार (Uddhav Thackeray Government) का ये फैसला दिल्‍ली सहित देश के दूसरे राज्‍यों में बढ़ते कोविड-19 के मामलों और महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Corona Virus) को कंट्रोल करने के मद्देनज़र लिया गया है।

BMC ने मुंबई के रेलवे टर्मिनस पर दिल्ली, राजस्थान, गुजरात और गोवा से आने वाले यात्रियों की जांच के कोर्डिनेशन के लिए 2 नोडल ऑफिसर्स को नियुक्त किया है, इनमें  एक डेप्युटी एक्सिक्यूटिव हेल्थ अफ़सर डॉक्टर संतोष गायकवाड़ और दूसरे डेप्युटी सिक्योरिटी अफ़सर अजित तावड़े शामिल हैं। इनके सुपरविजन में हेल्थ कर्मचारियों की टीम हर रेलवे टर्मिनस पर बाहरी राज्यों से आने वाले मुसाफिरों का कोरोना टेस्ट, कोरोना थर्मल स्क्रीनिंग, पर्सनल डेटा कलेक्शन कर रही है। 

इसके अलावा 6 बीएमसी वार्ड के असिस्टेंट कमिश्नर भी इस जांच में भूमिका निभा रहे हैं जिनमें सीएसटी, बान्द्रा, एलटीटी, मुम्बई सेंट्रल, बोरीवली और दादर टर्मिनस के वार्ड अफ़सर शामिल हैं। 4 राज्यों से हर रोज इन 6 टर्मिनस पर करीब 60 हज़ार यात्री आते हैं। 

हर रेलवे टर्मिनस पर RT-PCR टेस्ट और थर्मल स्क्रीनिंग सुविधा मौजूद है। मुसाफिरों का पर्सनल डेटा कलेक्शन के लिए अलग व्यवस्था है। जिस यात्री का टेमरेचर ज्यादा है या कोरोना के लक्षण है उनका तुरंत एंटीजेन टेस्ट करवाया जा रहा है। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर घर जाने दे रहे है और अगर रिपोर्ट पॉज़िटिव आने पर प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। 

इसके अलावा हवाई यात्रियों की चेकिंग भी शुरू कर दी गई है। मुम्बई में हर रोज दिल्ली, राजस्थान, गुजरात और गोवा से औसतन 60 फ्लाइट ऑपरेशन होते हैं। जिनमें तकरीबन 6 से 7 हजार यात्री होते है। गाइडलाइन के अनुसार इन सभी यात्रियों को 72 घंटे के भीतर करवाई गई RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट दिखानी अनिवार्य है। जो ये सर्टिफ़िकेट नहीं है उनकी एयरपोर्ट पर जांच की जा रही है।