- राजस्थान में गहलोत सरकार पर विपत्ति,कांग्रेस सकते में।
- आज रात अशोक गहलोत पार्टी विधायकों और मंत्रियों की बैठक करेंगे ।
- कल BJP में शामिल हो सकते हैं सचिन पायलट।
नई दिल्ली. मध्यप्रदेश के बाद अब राजस्थान में भी कांग्रेस की स्तिथि ख़राब होती दिख रही है। सचिन पायलट के दिल्ली पहुँचने के बाद अब BJP में शामिल होने के लिए भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने बाढ मल्हेरा के विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी मिलने पहुंच गये।
Madhya Pradesh: Pradhyuman Singh Lodhi, Congress MLA from Bada Malhera meets Chief Minister Shivraj Singh Chouhan in Bhopal to join Bharatiya Janata Party (BJP). pic.twitter.com/vYsul3pxsX
— ANI (@ANI) July 12, 2020
वहीं कांग्रेस की स्तिथि पर कपिल सिब्बल भी चिंतित दिखाई दे रहे हैं और उनका मानना है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।इसी के साथ इस बात की खबर आ रही है कि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपने 25 समर्थक विधायकों के साथ, अमित शाह और जेपी नड्डा की उपस्तिथि में कल BJP में शामिल हो जायेंगे।
Worried for our party
Will we wake up only after the horses have bolted from our stables ?
— Kapil Sibal (@KapilSibal) July 12, 2020
Chief Minister of Rajasthan & Congress leader Ashok Gehlot calls a meeting of party MLAs and ministers in #Jaipur tonight.
(file pic) pic.twitter.com/3G18GAet2P— ANI (@ANI) July 12, 2020
आज राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने रात को जयपुर में पार्टी विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई है । जिससे यह साफ़ होता है कांग्रेस कि स्तिथि वाकई चिंताजनक है।
वहीं अब केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी कहा कि अशोक गहलोत साहब ने जब मुख्यमंत्री की शपथ ली थी उस समय की प्रेस कांफ्रेंस में सचिन पायलट ने कहा था बीजेपी वाले कह रहे थे कि मुख्यमंत्री कब मिलेगा, आज राजस्थान को दो मुख्यमंत्री मिल गए हैं। उन्होंने कहा कि उसी से अशोक गहलोत को समझ लेना चाहिए था कि कांग्रेस ने 2 मुख्यमंत्री दिए हैं जैसा सचिन पायलट खुद कह रहे थे और अब इस सत्ता के दो केंद्र हो गए। सचिन पायलट उपमुख्यमंत्री होने के साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। अब यही यही दो केंद्र अशोक गहलोत संभाल नहीं पा रहे हैं।
उसी से अशोक गहलोत को समझ लेना चाहिए था कि कांग्रेस ने 2 मुख्यमंत्री दिए हैं जैसा सचिन पायलट खुद कह रहे थे। और ये सत्ता के दो केंद्र हो गए। सचिन पायलट उपमुख्यमंत्री होने के साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। ये दो केंद्र अशोक गहलोत संभाल नहीं पा रहे हैं:अर्जुन राम मेघवाल(2/2) https://t.co/AYfqo1IJ32
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 12, 2020
वैसे इस खतरे की पुष्टि कल रात को हुई थी जब उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंच गए थे। उनके साथ उनके 25 समर्थक विधायक भी पहुंचे थे। सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार इन सभी कांग्रेस विधायकों को रुकने के लिए आईटीसी के होटल में एक कारोबारी ने 25 कमरे बुक कराए हैं।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भाजपा पर राजस्थान सरकार गिराने का आरोप लगा रहे है। मुख्यमंत्री गहलोत ने शनिवार को भाजपा आरोप लगाते हुए कहा कि BJP की ओर से कई कांग्रेस विधायकों को पार्टी छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपयों का ऑफर दिया जा रहा है। यह जिम्मेदारी केंद्र ने सतीश पुनिया और राजेंद्र राठोड को सौपी है।
मुख्यमंत्री गहलोत के इस आरोप को आधारहीन बताते हुए राजस्थान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा था कि, ‘उनके पास संख्या बल है, फिर उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कौन करेगा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक चालाक राजनीतिज्ञ हैं, वे अपनी सरकार की विफलता के लिए भाजपा को दोष देने का प्रयास कर रहे हैं।