नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) के जन्मदिन (Birthday) के मौके पर प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने उन्हें बधाई दी है। प्रकाश जावड़ेकर ने नितिन गडकरी को बर्थडे विश करते हुए ट्वीटर पर लिखा, ‘मेरे साथी व सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करता हूँ।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, श्री नितिन गडकरी एक दमदार नेता हैं। उनके मन में जो विचार आता है। वह उसे स्पष्टता से बोलते हैं।राजनीति में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो ऐसा नहीं करते हैं। लेकिन नितिन गडकरी ऐसा करते हैं। यह उनकी एक विशेषता है। मेरा नितिन गडकरी जी के साथ 42 साल से अधिक समय का संबंध है। जब उन्हें नागपुर शहर में भारतीय युवा मोर्चा का अध्यक्ष घोषित किया गया था, मैं उस समय नागपुर में ही था।उन्होंने उस समय से युवाओं का नेतृत्व किया। अपने व्यवसाय को संभालते हुए, हालांकि वह व्यवसाय को कम समय ही देते थे, वह समाज के कार्य में लगे रहे। यहां से आगे चलकर संभवत: 1987- 88 में जब गंगाधर फडणवीस जी की मृत्यु हुई। उसके बाद नागपुर स्नातक क्षेत्र के चुनाव में वे निर्वाचित हुए। उससे पहले वे नागपुर शहर के अध्यक्ष भी बने। फिर धीरे-धीरे नितिन जी पूरे नागपुर में पार्टी के नायक बने। उस समय जैसा नितिन गडकरी बोलते थे। उसी तरह से नागपुर शहर चलता है, कुछ इस तरह की स्थिति नागपुर शहर की हो गई थी।
मेरे साथी व सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री @nitin_gadkari जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करता हूँ।
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) May 27, 2021
युवा नेता से केंद्रीय मंत्री तक का रोचक सफर
इसी दौरान उन्होंने अपना कार्यक्षेत्र भी बढ़ाया। पहले उन्होंने पूर्व विदर्भ और उसके पश्चात पश्चिम विदर्भ में भी पार्टी के कार्य का विस्तार किया।इसके साथ ही अपना कार्यक्षेत्र भी बढ़ाया। वह महाराष्ट्र प्रदेश में महासचिव बने. उसके उपरांत प्रदेश अध्यक्ष भी बने। इसके बाद नेता विपक्ष का पद भी उन्होंने संभाला। यहां से आगे चलकर वे केंद्र में अध्यक्ष बने और उसके बाद मंत्री भी बने। एक युवा नेता के रूप में नागपुर युवा मोर्चा के अध्यक्ष से लेकर भाजपा का अध्यक्ष बनने तक का उनका प्रवास बड़ा ही रोचक है।
असंभव को संभव कर दिखाया
उनकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे जो काम लेते हैं, वह उसे पूरे दिलों जान लगाकर पूरा करते हैं। उन्होंने पुणे-मुंबई हाईवे जब बनाया। उस समय वह इतना आसान काम नहीं समझा जाता था। इसकी वजह यह थी कि इसमें निवेश के लिए सरकार के पास पैसा नहीं था। ऐसे में उन्होंने तय किया कि इसके लिए मार्केट में जाएंगे। इसके लिए बांड निकालेंगे। लोगों को यह सपना लगा। लोगों को लगा कि यह हवा की बातें हैं। यह असंभव है, लेकिन उन्होंने अपनी योजना और मार्केट को समझते हुए सही समय पर मार्केट में जाने का निर्णय किया। यह उनके विश्वास और बाजार की समझ का ही परिणाम था कि दो ही दिन में जितना पैसा चाहिए था। उससे ज्यादा पैसे जमा हो गए. देशभर में उन्होंने इसके लिए बहुत मेहनत की। उन्होंने अपने साथ अच्छे लोगों को रखा।
निर्माण क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाले फैसले लिए
यह पहली बार था जब कोई राज्य सरकार इस तरह फाइनेंसियल मार्केट से पैसा ले रही थी। यह नया और अच्छा प्रयोग रहा। उन्होंने इस रोड को भी ऐसा बनाया कि इतने साल बाद भी लोग इसकी प्रशंसा कर रहे हैं। यह देश का पहला एक्सप्रेस-वे है। इसके लिए उन्होंने 20-20 किलोमीटर के अलग-अलग कॉन्ट्रैक्ट दिए। उन्होंने इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण के दौरान कई काम पहली बार किए, जो आने वाले समय में सड़क निर्माण क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाले रहे। उन्होंने कहा कि जो समय से पहले निर्माण कार्य पूरा करेगा। उसे बोनस दिया जाएगा. जो समय पर कार्य करेगा। उसे बिल तुरंत मिलेगा। लेकिन देर से काम करने वाले को दंड मिलेगा। इससे समस्त काम समय पर होने लगा. जिस तरह विदेशों में सड़क निर्माण होता है। उसी तरह से साइंटिफिक रूप से इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया गया। जिसकी वजह से यह एक्सप्रेस-वे आज ढा़ई दशक बाद भी वैसे ही चल रहा है। उन्होंने ऐसे एक नहीं बल्कि अनेक कार्य किए।
सभी में लोकप्रिय
नितिन जी इस समय भी देश भर में लोकप्रिय मंत्री हैं। संसद में उनका उत्तर सुनने के लिए सभी आतुर रहते हैं। इसके साथ ही सभी पार्टी के लोग उनको पसंद करते हैं। इसकी वजह यह है कि वह सभी का काम करते हैं। वह कहते हैं कि राजनीति अपनी जगह है, लेकिन काम सभी का करना है। क्योंकि वह देश का काम है। यह उनका भाव है। यही वजह है कि वह लोकप्रिय हैं।
-प्रकाश जावडेकर
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, पर्यावरण व वन, भारी उद्योग मंत्री, भारत सरकार