नई दिल्ली: भारतीय रेलवे (Indian Railways), कोरोना लॉकडाउन (Corona Lockdown) के बाद फिर से पटरियों पर उतरी है। इसी के साथ करीब 65 प्रतिशत से ज्यादा ट्रेनें संचालित हो चुकी हैं। रेलवे ने हाल में अनरिजर्वड (Unreserved) ट्रेनों की शुरुआत की है। इसका मतलब कि इन ट्रेनों में यात्री बिना किसी रिजर्वेशन (Reservation) के सफर कर सकते हैं। इन्हें पैसेंजर स्पेशल ट्रेन (Passenger Special Train) के तौर पर चलाया जा रहा है।
रेलवे के पश्चिम जोन ने 33 अनारक्षित ट्रेनों का परिचालन शुरू किया है। ये ट्रेनें स्पेशल ट्रेनों के रूप में चल रही हैं। इन ट्रेनों में पहले की तरह जनरल के डिब्बे भी मौजूद रहेंगे। पश्चिमी रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक, अगली सूचना तक सामान्य द्वितीय श्रेणी, डेमू और मेमू डिब्बों वाली कुल 33 विशेष ट्रेनों को आरक्षित स्पेशल ट्रेनों के बदले अनारक्षित स्पेशल ट्रेनों के रूप में भी चलाने की मंजूरी मिली है।
स्पेशल ट्रेन की 12 सेवाएं मुंबई सेंट्रल मंडल, 22 सेवाएं रतलाम मंडल, 8 सेवाएं अहमदाबाद मंडल, 13 सेवाएं वडोदरा मंडल, 6 सेवाएं राजकोट मंडल और 4 सेवाएं भावनगर मंडल की हैं। इन 33 ट्रेनों में से 29 ट्रेनें पैसेंजर स्पेशल कैटेगरी की हैं, जबकि अन्य 3 ट्रेनें मेल/एक्सप्रेस कैटेगरी की हैं। रेलवे ने साधारण मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को स्पेशल ट्रेने के तौर पर चलाना शुरू किया है जिनमें किराया भी स्पेशल यानी आम दिनों की अपेक्षा सामान्य से ज्यादा लिया जा रहा है। अब ये नियम सामान्य श्रेणी में अनरिजर्वड टिकट पर भी लागू किए गए हैं।
रेलवे ने जिन ट्रेनों को अनारक्षित ट्रेन श्रेणी में मार्क किया है या आगे किया जाएगा, उनमें सफर के लिए मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के हिसाब से किराया लागू होगा। इसका मतलब है कि पैसेंजर स्पेशल ट्रेनों में भी सामान्य से ज्यादा किराया लगेगा। यहां जरूरी बात यह है कि मौजूदा समय में केवल चुनिंदा ट्रेनों के लिए ही अनारक्षित यात्रा टिकट जारी किए जाएंगे।