पुरी. कोरोना वायरस के मद्देनजर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बिना कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार को भगवान जगन्नाथ की ऐतिहासिक रथ यात्रा शुरू हुई उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कुछ शर्तां के साथ वार्षिक यात्रा का आयोजन करने की अनुमति दे दी थी। डीजीपी अभय ने बताया कि किसी तरह की भीड़ को जमा होने से रोकने के लिए पुरी जिले में सोमवार से बुधवार दोपहर दो बजे तक कर्फ्यू लगाया है।
#WATCH Odisha: The King of Puri Gajapati Maharaj Dibyasingha Deb sweeps the chariots with a broom having a gold handle, as part of the ‘Chhera Pahanra’ ritual, during the #RathYatra at Puri’s Jagannath Temple. pic.twitter.com/THZ10CenOg
— ANI (@ANI) June 23, 2020
Odisha: The King of Puri Gajapati Maharaj Dibyasingha Deb arrives at the Jagannath Temple in Puri to participate in the Rath Yatra. He will perform the ‘Chhera Pahanra’ ritual where he will sweep the chariots with a broom having a gold handle. pic.twitter.com/rm4cDTzB7d
— ANI (@ANI) June 23, 2020
अधिकारियों ने बताया कि नौ दिवसीय उत्सव के लिए विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल के 50 से कई अधिक दस्ते (एक दस्ते में 30 कर्मी हैं) तैनात किए गए हैं और सीसीटीवी लगाए गए हैं। पुरी के सभी प्रवेश बिंदू भी सील कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि रथ यात्रा में शामिल होने वाले पुजारियों और पुलिस कर्मियों की सोमवार रात अनिवार्य कोविड-19 जांच की गई थी, रिपोर्ट में उनके संक्रमित ना पाए जाने के बाद उन्हें उत्सव में शामिल होने की अनुमति दी गई। नौ दिन तक चलने वाले इस उत्सव की शुरुआत रथ यात्रा से होती है। अपने-अपने रथ पर सवार भगवान जगन्नाथ, भगवान बलराम और देवी सुभद्रा यहां गुडिचा मंदिर तक आते हैं और फिर वापसी करते हैं।