नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से अनुच्छेद 370 (Article 370) को हटाने के बाद गुरुवार को पहली बार कश्मीर के नेताओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के साथ सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) हुई। प्रधानमंत्री आवास पर करीब तीन घंटे तक यह बैठक चली। जिसमें शामिल सभी नेताओं ने अपने विचार रखे। वहीं इस बैठक को प्रधानमंत्री मोदी ने विकसित और प्रगतिशील जम्मू-कश्मीर की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, “जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक नेताओं के साथ आज की बैठक एक विकसित और प्रगतिशील जम्मू-कश्मीर की दिशा में चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहां सर्वांगीण विकास को आगे बढ़ाया गया है।”
Today’s meeting with political leaders from Jammu and Kashmir is an important step in the ongoing efforts towards a developed and progressive J&K, where all-round growth is furthered. pic.twitter.com/SjwvSv3HIp
— Narendra Modi (@narendramodi) June 24, 2021
जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करना
पीएम मोदी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करना है। परिसीमन तेज गति से होना चाहिए ताकि चुनाव हो सकें और जम्मू-कश्मीर को एक चुनी हुई सरकार मिले जो जम्मू-कश्मीर के विकास पथ को ताकत दे।”
Our priority is to strengthen grassroots democracy in J&K. Delimitation has to happen at a quick pace so that polls can happen and J&K gets an elected Government that gives strength to J&K’s development trajectory. pic.twitter.com/AEyVGQ1NGy
— Narendra Modi (@narendramodi) June 24, 2021
युवाओं की आकांशा पूरी हो पहली प्राथमिकता
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारे लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत एक मेज पर बैठने और विचारों का आदान-प्रदान करने की क्षमता है। मैंने जम्मू-कश्मीर के नेताओं से कहा कि लोगों को, खासकर युवाओं को जम्मू-कश्मीर को राजनीतिक नेतृत्व देना है और यह सुनिश्चित करना है कि उनकी आकांक्षाएं पूरी हों।”
Our democracy’s biggest strength is the ability to sit across a table and exchange views. I told the leaders of J&K that it is the people, specially the youth who have to provide political leadership to J&K, and ensure their aspirations are duly fulfilled. pic.twitter.com/t743b0Su4L
— Narendra Modi (@narendramodi) June 24, 2021
‘दिल्ली और दिल की दूरी’ करना है कम
इसके पहले आयोजित सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि, “जब लोग भ्रष्टाचार मुक्त शासन का अनुभव करते हैं, तो यह लोगों में विश्वास जगाता है और लोग प्रशासन को अपना सहयोग भी देते हैं और यह आज जम्मू-कश्मीर में दिखाई देता है।”
उन्होंने कहा कि, राजनीतिक मतभेद होंगे लेकिन सभी को राष्ट्रहित में काम करना चाहिए ताकि जम्मू-कश्मीर के लोगों को फायदा हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में सभी के लिए सुरक्षा और सुरक्षा का माहौल सुनिश्चित करने की जरूरत है। पीएम ने कहा कि “वह ‘दिल्ली की दूर’ और ‘दिल की दूर’ को हटाना चाहते हैं।”
ज्ञात हो कि, पिछले लगभग दो सालों में पहली बार जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक नेतृत्व के साथ वार्ता का हाथ बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इस केंद्रशासित प्रदेश के भविष्य की रणनीति का खाका तैयार करने के लिए वहां के 14 नेताओं के साथ यह अहम बैठक की। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं जम्मू कश्मीर के नेताओं को बैठक का बुलावा भेजा था।