मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Udhav Thackeray) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर अब तक का सबसे तीखा हमला बोला है। बुधवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर आयोजित चर्चा में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने प्रधानमंत्री मोदी को पूरी थाली भर कर दी थी, लेकिन उन्होंने खाली थाली सिर्फ बजाई।”
अब कोई क्रिकेट मैच नहीं हारेंगे
प्रधानमंत्री पर तंज कस्ते हुए ठाकरे ने कहा, “हम अब कोई क्रिकेट मैच नहीं हारेंगे क्योंकि, स्टेडियम (मोटेरा) का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया गया है। हमने हवाई अड्डे का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के का नाम रखा है, लेकिन उन्होंने सरदार पटेल स्टेडियम का नाम बदल दिया है। हमें आपसे हिंदुत्व नहीं सीखना है।”
We won’t lose any cricket match as name of stadium (Motera) has been changed to Narendra Modi stadium. We’ve named int’l airport after Chhatrapati Shivaji Maharaj but they’ve changed Sardar Patel stadium’s name. We don’t have to learn Hindutva from you: Maharashtra CM in Assembly pic.twitter.com/ckP14r3Ulq
— ANI (@ANI) March 3, 2021
वीर सावरकर को भारत रत्न क्यों नहीं?
मुख्यमंत्री ने भाजपा और केंद्र सरकार को आड़े हाथो लेते हुए कहा, “वीर सावरकर को लेकर भाजपा बहुत प्रेम दिखा रही है, हमने सावरकर को भारत रत्न देने के लिए केंद्र सरकार को दो बार पत्र भेजा जा चुका है, लेकिन अभी तक उसपर कोई जवाब नहींआया।” उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा, “आखिर सावरकर को भारत रत्न अभी तक क्यों नहीं मिला।”
आरएसएस का स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं
अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर भी जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा, “शिवसेना स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा नहीं थी और न ही आपके मूल संगठन (आरएसएस) थे। सिर्फ ‘भारत माता की जय’ का जाप करने से आप (भाजपा) देशभक्त नहीं बन जाते।”
(Shiv) Sena was not a part of the freedom struggle but neither was your parent organisation (RSS). Just chanting ‘Bharat Mata Ki Jai’ doesn’t make you (BJP) a patriot: Maharashtra CM Uddhav Thackeray in the Assembly pic.twitter.com/zSzhbcNd2c
— ANI (@ANI) March 3, 2021
चीन से डरते हैं
सीएम ठाकरे ने किसान आंदोलन और चीन के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “आज किसान सड़को पर हैं। उन्हें देश की राजधानी में आने के लिए रोका जा रहा है। उनके लिए सड़को पर किले लगाई हुई हैं, वहीं चीन को देखते ही वह भाग खड़े हुए।अगर चीन या बांग्लादेश के साथ सीमाओं पर इस तरह की तैयारी की गई तो घुसपैठ नहीं होगी”