श्रीनगर. जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में कोहरे और ठंड की वजह से ज्यादातर लोगों के घरों से नहीं निकलने के कारण जिला विकास परिषद (DDC) के चौथे चरण के लिए सोमवार को मतदान की धीमी शुरुआत हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। डीडीसी की 34 सीटों के लिए सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ लेकिन कंपकंपाती ठंड के कारण मतदान केंद्र पर मतदान की रफ्तार धीमी रही। इस चरण में कश्मीर संभाग की 17 और जम्मू की 17 सीटों पर चुनाव हो रहा है।
J&K: People await their turn to cast their vote for the ongoing fourth phase of District Development Council (DDC) elections in the Union Territory.
Visuals from a polling booth in Lar town of Ganderbal district. pic.twitter.com/PIHKY8GMX3
— ANI (@ANI) December 7, 2020
अधिकारियों ने बताया कि दिन चढ़ने के साथ मतदान के रफ्तार पकड़ने की संभावना है और मतदान दोपहर दो बजे तक चलेगा। चौथे चरण में कश्मीर संभाग में 48 महिलाओं समेत 138 उम्मीदवार और जम्मू संभाग में 34 महिलाओं समेत 111 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं। आठ चरण में हो रहे डीडीसी चुनाव का पहला चरण 28 नवंबर को शुरू हुआ। डीडीसी चुनाव के साथ केंद्रशासित प्रदेश में पंच और सरपंच की रिक्त सीटों के लिए भी उपचुनाव हो रहा है।
J&K: People queue up at their respective polling booths as voting for the fourth phase of District Development Council (DDC) elections is underway in the UT today.
Visuals from Budhal and Manjakote.
Polling being held in 34 constituencies – 17 each in Kashmir & Jammu divisions pic.twitter.com/prSCOieqBa
— ANI (@ANI) December 7, 2020
अधिकारियों ने बताया कि चौथे चरण में सरपंच के लिए 123 सीटें खाली थी इनमें से 45 पर निर्विरोध चुनाव हुआ। सरपंच के लिए 50 सीटों पर मतदान हो रहा है और 47 महिलाओं समेत 137 उम्मीदवार मैदान में हैं। पंच के लिए कुल 1,207 सीटें खाली थीं इनमें से इस चरण में 416 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए। कुल 216 सीटों पर मतदान हो रहा है इनमें 129 महिलाओं समेत 478 उम्मीदवार हैं । चौथे चरण के लिए कुल 7,17,322 मतदाता हैं। इनमें से 3,76,797 पुरूष और 3,40,525 महिलाएं हैं । इस चरण में केंद्रशासित प्रदेश में कुल 1,910 मतदान केंद्र बनाए गए हैं । इनमें से 781 जम्मू संभाग में और 1,129 कश्मीर संभाग में हैं । अधिकारियों ने बताया कि 1,152 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील और 349 को संवेदनशील घोषित किया गया है ।