लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बढ़ती जनसंख्या (Population) को लेकर मचे बवाल को लेकर ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड (All India Shia Personal Law Board) के सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास (Maulana Yasoob Abbas) ने प्रतिक्रिया दी है। मौलाना यासूब अब्बास ने कहा है कि, जनसंख्या पर कोई क़ानून लाने से अच्छा होगा कि सरकार शिक्षा को बढ़ाया जिससे लोग खुद जागरुक हों।
अपने बयान में मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि, जनसंख्या पर कोई क़ानून लाने से अच्छा है, शिक्षा को बढ़ाया जाए जिससे लोग खुद जागरुक होंगे। क़ानून चोरी और डकैती पर भी है लेकिन ये सब हो रहा है। बच्चे होना इंसान के हाथ में नहीं, किसी के एक साथ 4 बच्चे भी हो सकते हैं।”
जनसंख्या पर कोई क़ानून लाने से अच्छा है, शिक्षा को बढ़ाया जाए जिससे लोग खुद जागरुक होंगे। क़ानून चोरी और डकैती पर भी है लेकिन ये सब हो रहा है। बच्चे होना इंसान के हाथ में नहीं, किसी के एक साथ 4 बच्चे भी हो सकते हैं: ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास pic.twitter.com/Rn826X1IYD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 27, 2021
बता दें कि, इससे पहले यूपी में जनसंख्या कानून लाने की ख़बरों के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई थी। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अपने एक बयान में विश्व जनसंख्या दिवस’ के अवसर पर उत्तर प्रदेश जनसंख्या नीति 2021-2030 का लोकार्पण करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए बढ़ती जनसंख्या की समस्या के प्रति स्वयं तथा समाज को जागरुक करने का प्रण लेने का आह्वान किया था। उन्होंने तब कहा था कि, हर तबके को इस जागरुकता अभियान के साथ जोड़ना पड़ेगा।
इस मामले को लेकर बसपा चीफ मायावती ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया था कि, जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार के प्रस्तावित कानून पर से लोगों को सरकार की गंभीरता कम, चुनावी स्वार्थ ज्यादा लग रहा है।