माताओं-बहनों का जीवन आसान
जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पाइप से पानी पहुंचने की वजह से हमारी माताओं-बहनों का जीवन आसान हो रहा है। इसका एक बड़ा लाभ गरीब परिवारों के स्वास्थ्य को भी हुआ है। इससे गंदे पानी से होने वाली अनेक बीमारियों में भी कमी आ रही है: पीएम मोदी
जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पाइप से पानी पहुंचने की वजह से हमारी माताओं-बहनों का जीवन आसान हो रहा है। इसका एक बड़ा लाभ गरीब परिवारों के स्वास्थ्य को भी हुआ है। इससे गंदे पानी से होने वाली अनेक बीमारियों में भी कमी आ रही है: पीएम मोदी pic.twitter.com/zLI5dm33dz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 22, 2020
देश में 2 करोड़ 60 लाख से ज्यादा परिवारों को नल
हर घर जल पहुंचाने के अभियान को अब डेढ़ साल हो रहे हैं। इस दौरान देश में 2 करोड़ 60 लाख से ज्यादा परिवारों को उनके घरों में नल से शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने का इंतजाम किया गया है। इस में लाखों परिवार उत्तर प्रदेश के भी हैं: पीएम मोदी
हर घर जल पहुंचाने के अभियान को अब डेढ़ साल हो रहे हैं। इस दौरान देश में 2 करोड़ 60 लाख से ज्यादा परिवारों को उनके घरों में नल से शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने का इंतजाम किया गया है। इसमें लाखों परिवार उत्तर प्रदेश के भी हैं: पीएम मोदी pic.twitter.com/5YG7ujjncN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 22, 2020
3 हज़ार गांवों तक पाइप से पानी
आने वाले समय में जब यहां के 3 हज़ार गांवों तक पाइप से पानी पहुंचेगा तो 40 लाख से भी ज़्यादा साथियों का जीवन बदल जाएगा। इससे यूपी के, देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को भी ताकत मिलेगी: पीएम मोदी
जीवन की बड़ी समस्या हल
जीवन की बड़ी समस्या जब हल होने लगती है तो अलग ही विश्वास झलकने लगता है। ये विश्वास, उत्साह आप में मैं देख पा रहा। पानी के प्रति आप में संवेदनशीलता कितनी है, ये भी दिख रहा है। सरकार आपकी समस्याओं को समझकर उनका समाधान कर रही है: पीएम मोदी
जीवन की बड़ी समस्या जब हल होने लगती है तो अलग ही विश्वास झलकने लगता है। ये विश्वास, उत्साह आप में मैं देख पा रहा। पानी के प्रति आप में संवेदनशीलता कितनी है, ये भी दिख रहा है। सरकार आपकी समस्याओं को समझकर उनका समाधान कर रही है: पीएम मोदी https://t.co/9JGUejOd8C pic.twitter.com/xHjZYs0tAU
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विंध्याचल हो या बुंदेलखंड सूखा
चाहे विंध्याचल हो या बुंदेलखंड-बहुत सारे संसाधन होने के बावजूद, ये क्षेत्र कमियों के क्षेत्र बन गए। कई नदियों के होने के बावजूद, इन क्षेत्रों को सबसे अधिक प्यास और सूखा प्रभावित क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। इतने सारे लोग यहां से पलायन करने के लिए मजबूर थे: पीएम
Be it Vindhyachal or Bundelkhand -despite having a lot of resources, these regions became regions of deficiencies. In spite of having several rivers, these regions came to be known as the most thirsty & drought-affected regions. So many people were forced to migrate from here: PM https://t.co/07Rdwu9zwa
— ANI (@ANI) November 22, 2020
वह क्षेत्र है जिसकी सबसे ज्यादा उपेक्षा
अगर आजादी के बाद दशकों से उपेक्षित कोई क्षेत्र है, तो यह वह क्षेत्र है जिसकी सबसे ज्यादा उपेक्षा की गई: पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए यूपी के मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों में पेयजल आपूर्ति परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
If there is any region that was neglected for decades after independence, then it is this region that was neglected the most: PM Narendra Modi at foundation stone laying ceremony of drinking water supply projects in Mirzapur and Sonbhadra districts of UP, via video-conferencing. pic.twitter.com/Lc6J55JU5f
— ANI (@ANI) November 22, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योजना का किया उदघाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जल जीवन मिशन उत्तर प्रदेश के अंतर्गत विंध्य क्षेत्र के जनपद मिर्ज़ापुर और सोनभद्र में 2,995 राजस्व ग्रामों की 42 लाख आबादी को लाभ पहुंचाने वाली 5,555 करोड़ की 23 ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का शिलान्यास किया।
Delhi: PM Narendra Modi lays foundation stone for drinking water supply projects in Mirzapur and Sonbhadra districts of Uttar Pradesh, via video-conferencing.
UP CM Yogi Adityanath also present at the ceremony. pic.twitter.com/pVIiYcVxcx
— ANI (@ANI) November 22, 2020
70 साल में विंध्य क्षेत्र के केवल 398 गांवों में पेयजल आपूर्ति
मिर्जापुर, सोनभद्र में पेयजल आपूर्ति परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह में यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा, "70 साल में विंध्य क्षेत्र के केवल 398 गांवों में पेयजल आपूर्ति परियोजनाओं को विनियमित किया जा सका. आज हम इस क्षेत्र के 3000 से अधिक गांवों में इस तरह की परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए हैं."
In 70 yrs drinking water supply projects could be regulated only in 398 villages in Vindhya region. Today we're here to take forward such projects in over 3000 villages of the region: UP CM at foundation stone laying event for drinking water supply projects in Mirzapur, Sonbhadra pic.twitter.com/kA3sF6nGxH
— ANI UP (@ANINewsUP) November 22, 2020
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी देर में ग्रामीण भारत में हर घर नल और जल पहुंचने के लिए जल जीवन योजना की शुरुआत करेंगे। उत्तर प्रदेश के विंध्याचल क्षेत्र के मिर्जापुर और सोनभद्र जिले के ग्रामीण इलाक़ो को नल नल कनेक्शन देकर शुरुआत करेंगे.
42 लाख आबादी को होगा लाभ
ग्रमीण क्षेत्र में जल की समस्या को दूर करने और हर घर जल पहुंचने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है. इस परियोजना से 2,995 गांवों के सभी ग्रामीण घरों में घरेलू नल जल कनेक्शन उपलब्ध होंगे और इन जिलों की लगभग 42 लाख आबादी को लाभ होगा।
24 महीनों में पूरा करने की योजना
इन सभी गांवों में ग्राम जल और स्वच्छता समितियां/पाणि समिति का गठन किया गया है, जो संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी संभालेंगे। परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत 5,555.38 करोड़ रुपये है। परियोजनाओं को 24 महीनों में पूरा करने की योजना है।
ज्ञात हो कि 15 अगस्त, 2019 को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना की घोषणा की थी. इस योजना जल जीवन मिशन का लक्ष्य 2024 तक देश के प्रत्येक ग्रामीण घर को कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन प्रदान करना है।
5.86 करोड़ ग्रामीण घरों में नल का जल कनेक्शन
अगस्त, 2019 के अनुसार पूरे देश के 18.93 करोड़ ग्रामीण घरों में से, केवल 3.23 करोड़ परिवारों (17%) के पास अगले 4 वर्षों में नल कनेक्शन के साथ नल का पानी कनेक्शन, यानी 15.70 करोड़ था। पिछले 15 महीनों में, कोविद -19 महामारी के बावजूद, 2.63 करोड़ घरों में नल का जल कनेक्शन दिया गया है और वर्तमान में लगभग 5.86 करोड़ (30.67%) ग्रामीण घरों में नल का जल कनेक्शन है।