चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amrinder Singh) ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव और कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat) से शनिवार को मिलने के बाद कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा लिया गया कोई भी फैसला सभी को मान्य होगा। अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू में मतभेद की वजह से पंजाब कांग्रेस में बढ़े तनाव के बीच रावत चंडीगढ़ गए हैं। ऐसी अटकलें हैं कि क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) को पंजाब में कांग्रेस इकाई का प्रमुख बनाया जा सकता है।
Punjab CM Captain Amarinder Singh reiterated that whatever decision will be taken by the Congress president, it will be honoured by him: Congress leader Harish Rawat pic.twitter.com/u4Ade2hjiH
— ANI (@ANI) July 17, 2021
दरअसल कांग्रेस के सीनियर नेता हरीश रावत (Harish Rawat) ने कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) से आज मुलाकात की है। इस अहम मुलाकात के बाद हरीश रावत ने कहा कि, “आलाकमान जो भी फैसला लेगा उसे कैप्टन अमरिंदर सिंह बिल्कुल मानेंगे। रावत ने यह भी कहा कि अमरिंदर सिंह ने अपना पुराना बयान फिर दोहराया है और कहा है कि जो कुछ भी फैसला कांग्रेस अध्यक्ष लेंगी उसका वह सहर्ष पालन करेंगे।
इधर CM अमरिंदर से हरीश रावत की मुलाकात के बीच नवजोत सिंह सिद्धू फिलहाल पदयात्रा पर हैं। अब सिद्धू भी बारी बारी से कांग्रेस के कई नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। जहाँ उन्होंने पंजाब के कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ के साथ पंचकूला में उनके निवास पर लंबी बैठक की है। तो वहीं नवजोत सिंह सिद्धू विधायकों, मंत्रियों और कांग्रेस के नेताओं का समर्थन हासिल करने के लिए एक-एक विधायक के घर जा रहे हैं।
इधर रावत हेलीकॉप्टर से दोपहर 12 बजे चंडीगढ़ पहुंचे और वहां से सीधे मुख्यमंत्री के मोहाली स्थित फार्म हाउस गए। इससे एक दिन पहले अमरिंदर सिंह ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से नवजोत सिंह सिद्धू को महत्वपूर्ण पद देने को लेकर आपत्ति जताते हुए पत्र लिखा था। रावत की यह यात्रा अमरिंदर सिंह को मनाने की कोशिश के तौर पर देखी जा रही है।
माना जा रहा है कि अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू (जाट सिख) को राज्य में पार्टी का प्रमुख बनाए जाने से हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता खफा हो सकते हैं और इससे 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं का नुक़सान पहुंच सकता है। फिलहाल पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में चल रहे इस अहम इस लड़ाई को सुलझाने की कवायद अब और तेज हो गई है। फिलहाल कांग्रेस के खेमे में पंजाब से लेकर दिल्ली तक इस लड़ाई को लेकर बड़ी हलचल है।