नई दिल्लीः17 नवंबर को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई रिटायर हो रहे हैं। रिटायरमेंट से पहले उनकी बेंच कई बड़े फैसले लेने वाली हैं। इससे पहले 9 नवंबर को उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या मामले में फैसला सुना

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नई दिल्लीः 17 नवंबर को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई रिटायर हो रहे हैं। रिटायरमेंट से पहले उनकी बेंच कई बड़े फैसले लेने वाली हैं। इससे पहले 9 नवंबर को उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या मामले में फैसला सुना दिया है। जिसके बाद अब न्यायालय गुरुवार को सबरीमाला विवाद, राफेल विमान और राहुल गांधी पर चल रहे मामलों का फैसला सुनाने वाली हैं। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई वाली बेंच कल सुबह 10.30 बजे फैसला सुनाएगी। जाने क्या हैं ये तीनों मामले।

क्या है सबरीमाला मामला- 
केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का विवाद काफी समय से चल रहा है। पिछले साल सर्वोच्च अदालत ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए 10 से 50 साल की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने पर लगी पाबंदी को हटा दिया था। उच्चतम न्यायालय के इस फैसले के बाद काफी प्रदर्शन हुआ था और बाद में इसपर पुनर्विचार याचिका भी दायर की गई थी। अब उच्चतम न्यायालय इसी मामले में अपना फैसला सुनाएगा। सबरीमाला में रिव्यू पेटिशन के कुल 64 मामले थे। 

राफेल सौदे मामला-
लोकसभा चुनाव के दौरान राफेल विमान सौदे का मामला काफी बड़ा हो गया था। फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान खरीदने की प्रक्रिया में दो जनहित याचिका दायर की गई थीं, जिसमें भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था। इसके अलावा लड़ाकू विमान की कीमत, कॉन्ट्रैक्ट, कंपनी की भूमिका पर सवाल खड़ा किया गया था। अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अदालत इस मामले में दखल नहीं दे सकती है, साथ ही खरीद प्रक्रिया पर कोई सवाल खड़े नहीं किए गए थे। इस फैसले के बाद सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की गई थी। जिसमें सरकार पर सुप्रीम कोर्ट को गुमराह किए जाने का आरोप लगाया गया था। राफेल विमान सौदे पर भारत और फ्रांस अब आगे बढ़ चुके हैं। भारत को पहला राफेल विमान मिल भी गया है, हालांकि अब केस पर उसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। 

राहुल गांधी पर चल रहा यह केस-
भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ याचिका दायर की थी। जिसमें आरोप था कि राहुल गांधी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि चौकीदार चोर है। मीनाक्षी लेखी ने आरोप लगाया था कि राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के बयानों को राजनीति से जोड़ दिया है। इस मामले में राहुल गांधी की ओर से माफीनामा भी दायर किया गया था, लेकिन अदालत की ओर से कोई राहत नहीं मिली थी।