Ravishankar-Prasad
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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के इतिहास का सबसे बड़ा भूमि घोटाला (Land Scam) सामने आया है. इस घोटाले में नेशनल कॉन्फ़्रेंस (National Conference) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) का नाम सामने आने के बाद भाजपा उनपर हमलावर हो गई है. मंगलवार को केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravishankr Prasad) ने अब्दुल्ला पर सरकारी जमीन को हड़पने का आरोप लगाते हुए कहा कि, “शक्तिशाली लोग ने एकाधिकार भूमि लूटी.”

रविशंकर प्रसाद ने कहा, “1998 में 3 कनाल जमीन खरीदने के दौरान, फारूख अब्दुल्ला ने 7 कनाल भूमि पर अतिक्रमण किया, जो कि वन भूमि और राज्य भूमि थी. शक्तिशाली लोगों द्वारा एक सचेत भूमि लूट थी. एचसी द्वारा असंवैधानिक घोषित किए गए रोशन अधिनियम के तहत उन्हें लाभ मिला.”

ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर में रोशनी जमीन घोटाला (Roshni Act) सामने आया है. 25,000 हजार करोड़ के इस भूमि घोटाले मे फारूख अब्दुल्ला समेत कांग्रेस, पीडीपी के बड़े नेताओं कई नौकरशाहों के नाम सामने आए है, जिन्होंने ग़रीबों को दी जाने वाली जमीन पर खुद कब्ज़ा कर लिया या अपने लोगों को कौड़ियों के भाव में दे दी है. 

अब्दुल्ला पर क्या है आरोप? 

जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के आदेश पर घोटाले में शामिल लोगों के नाम सार्वजनिक किया गया. जिसमें एनसी प्रमुख पर जंगल की जमीन पर घर बनाने साथ ही रोशनी एक्ट के तहत जम्मू और कश्मीर स्थित जमीन पर कब्जा कर पार्टी ऑफिस बनाया. इसी के साथ उन्होंने अपनी बहन सहित परिवार वालों को कौड़ियों के दाम पर जमीने दी है. 

देश में सबसे बड़ा जमीन हड़पने वाला घोटाला

केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “घोटाले एक नहीं कई बार हो गए, भ्रष्टाचार के आंकड़े करोड़ों अरबों पार हो गए. भ्रष्टाचार की रोशनी में रोशन कर अपना आशियाना, भूमि पर कब्ज़ा करने वाले अब गुपकार हो गए.” उन्होंने कहा, “जमीन पर कब्ज़ा फारूक अब्दुल्ला करते हैं, उनके रिश्तेदार करते हैं, NC के नेता करते हैं. NC का जम्मू और कश्मीर का कार्यालय भी अवैध कब्ज़े पर बना है.”