Swaminarayan Panth Purshottamapriyadasji Maharaj passed away, Modi expressed grief

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अहमदाबाद. बीते गुरुवार यानि 16 जुलाई को गुजरात में मणिनगर के स्वामीनारायण पंथ की एक शाखा के प्रमुख पुरुषोत्तमप्रियदासजी महाराज का कोरोना संक्रमण से निधन हो गया है। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया है और कहा है कि रुषोत्तमप्रियदासजी महाराज ने मानवीय पीड़ा को कम करने के लिए अथक परिश्रम किया था. स्वामीनारायण पंथ का यह मंदिर गुजरात में मणिनगर इलाके में स्थित है।

वहीं मदिर के तरफ से आये बयान में यह कहा गया कि ‘मणिनगर श्री स्वामीनारायण गादी संस्थान’ के प्रमुख पुरुषोत्तमप्रियदासजी महाराज ने गुरुवार सुबह यहां के एक निजी अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली। वह 78 वर्ष के थे। कोरोना संक्रमित होने से वे बीते वह दो सप्ताह से भी अधिक समय से हॉस्पिटल में भर्ती थे। यहाँ उन्हें बाद में वेंटिलेटर पर भी रखा गया था।

आपको बता दें कि 28 मार्च 1942 को कच्छ में जन्मे पुरुषोत्तमप्रियदासजी महाराज, स्वामी नारायण परंपरा के पांचवें उत्तराधिकारी आचार्य थे। अपने जीवनकाल में उन्होंने भारत सहित दुनियाभर में स्वामी नारायण संप्रदाय की 250 से भी अधिक मंदिरों की स्थापना करवाई थीं।

इस घटना पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी शोक जताया और अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि  ‘आचार्य श्री पुरुषोत्तमप्रियदासजी स्वामी श्री महाराज के पास ज्ञान का भंडार था। उन्होंने सामुदायिक सेवा, शिक्षा और महिला सशक्तीकरण पर जोर दिया जिसे हमेशा याद रखा जाएगा। मैं कई बार उनसे हुई बातचीत को कभी नहीं भूलूंगा। ओम शांति।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि  ‘आचार्य श्री पुरुषोत्तमप्रियदासजी स्वामी श्री महाराज के पास ज्ञान का भंडार था। उन्होंने सामुदायिक सेवा, शिक्षा और महिला सशक्तीकरण पर जोर दिया जिसे हमेशा याद रखा जाएगा। मैं कई बार उनसे हुई बातचीत को कभी नहीं भूलूंगा। ओम शांति।’ इसके साथ गुजरात CM विजय रुपाणी और गृहमंत्री अमित शाह ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त की.