जम्मू. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे यथावत बने हुए हैं तथा अब जम्मू कश्मीर में ड्रोनों के माध्यम से हथियारों को गिराया जाना एवं विभिन्न भारत विरोधी तत्वों का एकजुट होना एक नयी चुनौती है।
बल के महानिरीक्षक (जम्मू सीमा) एन एस जामवाल ने कहा कि सभी सुरक्षा एजेंसियां नयी सुरक्षा चुनौतियों से वाकिफ हैं तथा वे दुश्मनों के नापाक मंसूबों को ध्वस्त करने के लिए कड़ी चौकसी बरत रही हैं। वह आर एस पुरा सेक्टर के अरनिया में दो पिस्तौल, तीन मैगजीन एवं 100 कारतूसों के साथ साथ करोड़ों रूपये मूल्य की हेरोईन बरामद किये जाने के बाद यहां संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
अधिकारी ने कहा, “(पाकिस्तान में) आतंकवादी ढांचे जस के तस हैं जो हथियारों एवं मादक पदाथों की तस्करी जैसी गतिविधियों और सीमा पर गोलीबारी की घटनाओं में इजाफे से स्पष्ट है।”
उन्होंने कहा कि आकाश मार्ग से हथियारों को गिराने के लिए ड्रोनों के इस्तेमाल का नया खतरा उभरकर सामने आया है। उन्होंने कहा, ‘‘ हम चौकस हैं और इससे निपटने का काम चल रहा है।” जामवाल ने कहा कि इस प्रकार की गतिविधि सर्वप्रथम पंजाब में और फिर जम्मू कश्मीर में भी नजर आयी।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ इस खतरे के प्रति चौकस है और उसने पिछले कुछ महीनों में दो ऐसे प्रयास विफल किये हैं। बीस जून को कठुआ जिले के रठुआ गांव में सीमा सुरक्षा बल ने एक हेक्सा कॉप्टर ड्रोन को मार गिराया था जिस पर अमेरिकी एम 4 अर्धस्वचालित कार्बाइन और सात ग्रेनेड समेत साढ़े पांच किलोग्राम सामान लदा था।
पिछले सप्ताह राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के समीप लश्कर -ए-तैयबा के तीन आतंकवादियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया था, ये हथियार आकाश मार्ग से गिराये गये थे। जब जामवाल का ध्यान इन खबरों की ओर आकृष्ट किया गया कि आतंकवादी संगठन आपस में हाथ मिला रहे हैं तथा खालिस्तानी हैंडलर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस की मदद से मादक पदार्थों की तस्करी करवा रहे हैं तो उन्होंने कहा, “सभी भारत विरोधी तत्वों को जहां भी मौका मिलता है तो एकजुट हो जाते हैं।” उन्होंने कहा, “सुरक्षा एजेंसियां इससे वाकिफ हैं और इस चुनौती से निपटने के लिए उपयुक्त कदम उठाये जा रहे हैं।” (एजेंसी)