The central government imposed a 10-year ban on 960 people, did not enter India

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नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने तब्लीग़ी जमात को लेकर बड़ा निर्णय लिया हैं. सरकार ने गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने के कारण  2200 विदेशी नागरिकों पर के भारत आने के लिए 10 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया हैं. यानी यह लोग अब भारत नहीं आ सकते हैं. इसके पहले गृहमंत्रालय ने इन लोगों को ब्लैक लिस्टेड  कर चूका हैं.

ग़ौरतलब है कि कोरोना वायरस को पुरे देश में फ़ैलाने का मुख्य स्रोत इन्हीं लोगों को माना जा रहा हैं. दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में लॉकडाउन के बाद भी जमात के हजारों लोग एक साथ रह रहे थे, जिनमे से कई विदेशी नागरिक भी थे. जमात में शामिल इन लोगों में कई कोरोना वायरस से संक्रमित थे. 

इस कार्यक्रम में शामिल कई लोग पुरे देश में फ़ैल गए, जिसके कारण राज्यों में कोरोना के मामले बड़ी तेजी से सामने आने लगे. गृह मंत्रालय के दिए जानकारी के अनुसार अप्रैल महीने में कोरोना के कुल मामलों में से 30 प्रतिशत तबलीगी जमात के वजह से थे. 

इन देशों के नागरिक हैं
बैन किए विदेशी नागरिक  इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका और किर्गिस्तान जैसे देशों के नागरिक हैं. इस निर्णय के बाद प्रतिबंधित लोग 10 साल तक भारत में किसी भी कारण से नहीं आ सकते हैं. 

सभी पर मामले दर्ज 
मौलाना साद समेत सभी कर मामले दर्ज केंद्र सरकार द्वारा किसी भी धार्मिक कार्यक्रम की पाबंदी के बाद भी ऐसे कार्यक्रम का आयोजन करना और उसमे हजारों की संख्या में लोगों को रखने के आरोप पर तब्लीग़ी जमात के मौलाना साद और शामिल लोगों पर गैर इरादातन हत्या करने, गैरकानूनी कार्य करने जैसे कई विविध धाराओं पर मामला दर्ज़ किया गया हैं.