कोलकाता. भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस की सरकार पर जम कर हमला बोला और आरोप लगाया कि मौजूदा शासन में राजनीति का अपराधीकरण और भ्रष्टाचार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर आयोजित एक डिजिटल रैली को संबोधित करते हुए नड्डा ने पश्चिम बंगाल के पार्टी कार्यकर्ताओं से वहां की तृणमूल कांग्रेस सरकार को उखाड़कर सत्ता से बाहर करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बंगाल ने देश को दृष्टि दी है, इसमें कोई दो राय नहीं है लेकिन आज के दिन जब वहां शिक्षा की स्थिति और वर्तमान बंगाल के नेतृत्व को देखता हूं तो दिल द्रवित और दुखी होता है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘शिक्षा एकदम नीचे पहुंच गयी है। राजनीतिकरण हो रहा है। आज बंगाल का हाल क्या हो गया है कि आप किस पार्टी को वोट देते हैं, इस पर तय होगा कि आपको शिक्षा में कहां स्थान दिया जाएगा। राजनीति का स्तर इतना गिर गया है कि वहां हर चीज का राजनीतिकरण कर दिया गया है।” मौजूदा स्थिति को बंगाल के लिए ‘‘बहुत दुखदायी” करार देते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने शिक्षा के क्षेत्र में बंगाल को जो ऊंचा स्थान दिया, उसे फिर से वहां पहुंचाना है। नड्डा ने आरोप लगाया कि आज पश्चिम बंगाल में पद की लोलुपता इतनी अधिक हो गई है कि वहां के नेता पद के लिए सब कुछ करने को तैयार है। पद पर बने रहने के लिए वह सभी प्रकार के समझौते कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आज अपराधीकरण इतना ज्यादा हो गया है, यह दुख की बात है। यह बंगाल के लिए एक संकट का प्रश्न है।” तृणमूल कांग्रेस सरकार पर भाजपा की विचारधारा को दबाने और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को जेल में डालने का आरोप लगाते हुए नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आहृवान किया कि वे विचारों की लड़ाई लड़ें। उन्होंने कहा, ‘‘जहां बल का प्रयोग होता है वहां विचारधारा समाप्त होती है। आज बंगाल जो विचार से ओतप्रोत है, उसके विचार को कुंठित करने का काम वर्तमान सरकार कर रही है। राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को जेल में डाल दो। उनके खिलाफ केस लगा दो। उनके खिलाफ नारकोटिक्स के केस लगा दो।”
Addressing Vishal Jan Sabha on the birth anniversary of Dr. Syama Prasad Mookerjee through VC. https://t.co/dWTi9j96B1
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 6, 2020
नड्डा ने यह आरोप भी लगाया कि कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने भाजपा सांसदों को काम नहीं करने दिया और उन्हें तरह-तरह से परेशान किया। उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना काल में हमारे सांसदों को हाउस अरेस्ट किया गया। ये कौन से मापदंड तय हो रहे हैं। एक श्यामा प्रसाद मुखर्जी थे जिन्होंने क्षेत्रीय आकांक्षाओं से लेकर राष्ट्रीय एकता व अखंडता के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया। और आज की मुख्यमंत्री हैं, जो कोरोना में कोरोना के केसेज को दिल्ली को रिपार्ट करने में अपनी हेठी समझती है।”
ममता बनर्जी का नाम लिए बगैर नड्डा ने सवाल किया कि हम किस प्रकार की संघीय व्यवस्था में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इधर, हमारे प्रधानमंत्री हैं जो संघीय व्यवस्था में विश्वास करके सभी को साथ लेकर कोरोना के संक्रमण से लड रहे हैं। और एक वहां की मुख्यमंत्री हैं जो आयुष्मान भारत कार्यक्रम को सिर्फ इसलिए लागू नहीं कर रही है क्योंकि ये केंद्र की योजना है, मोदी जी की योजना है।” उन्होंने कहा, ‘‘ये न तो क्षेत्रीय आकांक्षाओं की पूर्ति करता है और ना ही राष्ट्रीयता का बोध देता है। इस तरीके की सरकार आज यहां खड़ी है।” पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुखर्जी के बताए रास्ते पर चलने का आह्वान करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अब बारी बंगाल के गौरव को पुन:स्थापित करने की है।
उन्होंने कहा, ‘‘राजनीतिक दृष्टि से बंगाल को हमें ऊंचाइयों पर ले जाना है। विद्या की दृष्टि से उसे ऊपर उठाना है और जो बंगाल का गौरव था उस गौरव को स्थापित करना है।” उन्होंने कहा, ‘‘इस संकल्प के लिए वर्तमान सरकार, जो हर तरीके से नुकसान पहुंचा रही है, को बाहर करना है और वहां भाजपा का शासन लाना है। यह हमारी जिम्मेदारी है इसको हम को पूरा करना पड़ेगा ।”(एजेंसी)