बिहार: ‘टीका वाली नाव’ पर निकला मेडिकल स्टाफ, मुजफ्फरपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों को भी लगेगी कोरोना वैक्सीन

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    मुजफ्फरपुर. अब तक मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जिले के सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित प्रखंड कटरा (Katra) में शुक्रवार को टीका वाली नाव आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। इतना ही नहीं इस बाढ़ की महामारी झेल रहे लोगों के लिए यह एक सुकून और दिलों में सहस भरने वाली खबर थी। क्योंकि इस बाढ़ के कारण भी अब वे टिके से वंचित नहीं रहेंगे। अब इसी नाव से लोगों को नाव पर टीका दिया जा रहा है । यह टीके वाली नाव बाढ़ के पानी में तैर रहे गांवों में घर-घर तक पहुंच रही है। उस पर सवार टीकाकर्मी लोगों को घरों से बुलाकर उन्हें यह टीका लगा रहे हैं । यूँ तो नावों पर राहत सामग्री आते तो लोगों ने तो खूब देखा था मगर नाव पर कोरोना टीका पहली बार लगता देख रहे थे। 

    56 पंचायतों के 1.19 लाख लोग इस बाढ़ से प्रभावित: 

    पता हो कि मुजफ्फरपुर में बाढ़ की चुनौतियां अब दिनोंदिन बढ़तीं जा रही हैं। जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक जिले की 56 पंचायतों के 1।19 लाख लोग इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। शुक्रवार को DM प्रणव कुमार ने लोगों को बताया कि बाढ़प्रभावित क्षेत्र में सहायता कार्य तेजी से किये जा रहे हैं। 36 सामुदायिक किचन का संचालन कराने के अलावा 148 नावों का परिचालन भी अभी कराया जा रहा है। लोगों के बीच प्रचुर मात्र में सूखा राशन आदि भी बांटे जा रहे हैं। जिला प्रशासन की मानें तो अभी तक बाढ़ पीड़ितों के बीच 1600 पैकेट सूखा राशन वितरित किया गया है। इन क्षेत्रों में ऐसे 148 नावों का परिचालन हो रहा है। इसी प्रकार अब तक सामुदायिक किचन में कुल 34 हजार लोगों ने भोजन किया है। इस क्रम में स्वास्थ्य विभाग ने 4256 हैलोजन टैबलेट वितरित किये हैं। साथ ही फिलहाल 40 पशु कैंप चलाये जा रहे हैं। जिले के सभी तटबंध सुरक्षित रखने के लिए सतत निगरानी कराई भी जा रही है।  

    कैसे काम कर रही है टिके वाली नाव :

    वहीं मुजफ्फरपुर जिले में कोरोना टीकाकरण के शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अहम कदम उठाया है। जहाँ जिले में आई बाढ़ से टीकाकरण प्रभावित हो रहा था। इसे देखते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब टीका वाली नाव घूमेगी और लोगों को कोरोना का टीका दिया जाएगा। बीते शुक्रवार को कटरा प्रखंड में टीका वाली नाव की शुरुआत की गई थी। टीकाकरण के लिए राज्य में इस तरह का पहला एवं अनोखा प्रयास पहली बार किया किया गया है।

    फिलहाल इसके प्रथम चरण में कटरा प्रखंड में दो वैक्सीन वाली नाव का परिचालन शुरु किया गया है, जिसमें प्रत्येक नाव पर दो ANM, दो वेरिफायर, गोताखोर और नाविक भी मौजूद होंगे। नाव की उपलब्धता जिला प्रशासन द्वारा सुनिश्चित की जाएगी, वहीं ANM तथा गोताखोर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दिए गए हैं। इन दोनों नावों से फिलहाल कटरा के बाढ़ प्रभावित 14 पंचायतों में जाकर टीकाकरण का कार्य सुचारू रूप से किया जाएगा।

    अन्य क्षेत्रों में भी घूमेगी ये टिके वाली नाव :

    इस मुद्दे पर स्थानीय सिविल सर्जन ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर ये टिके वाली नाव गायघाट, औराई जैसे बाढ़ प्रभावित इलाकों मे भी चलायी जाएगी। इतना ही नहीं नाव पर स्वास्थ्यकर्मियों के सुरक्षात्मक सारे इंतजाम किए गए हैं। इसके चलते अब इस भयंकर बाढ़ में भी कोरोना वैक्सीन टीकाकरण में कोई भी व्यवधान नहीं आएगा।