नई दिल्ली. उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर सोमवार को उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि मातृभूमि के लिए उनका प्रेम प्रत्येक भारतीय के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत बना रहेगा। उप राष्ट्रपति ने ट्वीट में कहा, ‘‘ वह एक महान देशभक्त थे जिन्होंने राष्ट्रीय एकता के संरक्षण एवं और जम्मू-कश्मीर को पूरी तरह से भारत में शामिल कराने के लिए लगातार लड़ाई लड़ी। मातृभूमि के लिए उनका प्रेम हमेशा प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणस्रोत रहेगा।”
डॉ मुखर्जी देश की एकता के लिए समर्पित रहे। उन्होंने देश में 'दो विधान, दो निशान, दो प्रधान' जैसे प्रावधानों का सैद्धांतिक विरोध किया। संसद द्वारा धारा 370 को निरस्त किया जाना, उनको राष्ट्र की सच्ची श्रद्धांजलि है। #SyamaPrasadMookerjee
— Vice President of India (@VPSecretariat) July 6, 2020
मुखर्जी का जन्म 1901 में कलकत्ता (अब कोलकाता) में हुआ था। नायडू ने कहा कि मुखर्जी पारंगत वकील, दर्शनशास्त्री और ख्यातिप्राप्त शिक्षाविद् थे। उप राष्ट्रपति ने कहा कि वह कलकत्ता विश्वविद्यालय में अब तक सबसे कम उम्र में बनने वाले कुलपति थे और उन्होंने आजादी के बाद पहले उद्योग एवं आपूर्ति मंत्री के रूप में देश की बेहतरीन सेवा की।(एजेंसी)