गाजियाबाद. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दरअसल एक कंपनी को महिला को वेज (शाकाहारी) की जगह नॉनवेज (मांसाहारी) पिज्जा (Pizza) डिलीवर हो गया था। अब महिला ने कंपनी पर धार्मिक भावना को आहत करने का आरोप लगाते हुए 1 करोड़ रुपये के हर्जाने का मुकदमा ठोक दिया है। ये मामला अब सोशल मीडिया पर गरमाया हुआ है।
मामला करीब दो साल पुराना 21 मार्च 2019 का है। शिकायतकर्ता दीपाली (Deepali) ने होली मनाने के बाद परिवार के लिए गाजियाबाद में पिज्जा आउटलेट से शाकाहारी पिज्जा के लिए ऑर्डर दिया था। काफी देर के बाद जब पिज्जा दिया गया तो उन्होंने देरी को नजरअंदाज करते हुए पिज्जा का एक टुकड़ा खा लिया। बाइट लेने के बाद उन्हें महसूस हुआ कि मशरूम के बजाय पिज्जा में मांस के टुकड़े थे, दीपाली के वकील फरहत वारसी ने उपभोक्ता अदालत को बताया कि दीपाली ने तुरंत ग्राहक सेवा अधिकारी को फोन किया और वेज पिज्जा की जगह घर में नॉन-वेज पिज्जा” (Non Pizza)देने की लापरवाही पर शिकायत की।
एक रिपोर्ट के अनुसार कुछ दिनों बाद, पिज्जा आउटलेट के एक प्रबंधक ने दीपाली को फोन किया और शिकायतकर्ता के पूरे परिवार को मुफ्त में पिज्जा देने का वादा किया। हालांकि, शिकायतकर्ता ने उसे फिर से कहा कि यह मामला छोटी सी गलती का नहीं है क्योंकि कंपनी ने धार्मिक विश्वासों और प्रथाओं को चोट पहुंचाई थी।
शिकायतकर्ता के वकील का दावा है कि इससे उनके क्लाइंट को स्थायी मानसिक पीड़ा हुई उन्होंने यह भी कहा कि अब उन्हें “कई लंबे और महंगे अनुष्ठान” करने होंगे, जिसके लिए उसे अपने पूरे जीवन के दौरान लाखों रुपये खर्च करने होंगे। अब महिला ने धार्मिक भावना को आहत करने का आरोप लगाते हुए उपभोक्ता अदालत में कंपनी के खिलाफ 1 करोड़ रु हर्जाना देने का दावा कर दिया है। महिला ने कहा कि उसकी धार्मिक भावना आहत हुई है और इसकी क्षति को कम करने के लिए उसे कठोर और महंगे अनुष्ठानों से गुजरना होगा।