Ganga River
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नयी दिल्ली. विश्वबैंक नमामि गंगे कार्यक्रम को समर्थन बढ़ाने को 40 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता देगा। यह गंगा नदी के पुनरोद्धार का कार्यक्रम है। विश्वबैंक ने मंगलवार को कहा कि दूसरी राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन परियोजना (एसएनजीआरबीपी) से नदी का प्रदूषण कम करने और नदी बेसिन का प्रबंधन मजबूत करने में मदद मिलेगी।

विश्वबैंक ने बयान में कहा कि इस 40 करोड़ डॉलर में से 38.1 करोड़ डॉलर ऋण के रूप में और 1.9 करोड़ डॉलर प्रस्तावित गारंटी के रूप में होंगे। इस 38.1 करोड़ डॉलर के ऋण करार पर भारत सरकार की ओर से आर्थिक मामलों के विभाग में अतिरिक्त सचिव समीर कुमार खरे और विश्वबैंक के भारत में कार्यवाहक निदेशक कैसर खान ने हस्ताक्षर किए।” गारंटी वाले पक्ष पर बात में व्यवस्था की जाएगी। विश्वबैंक गंगा के पुनरोद्धार के सरकार के प्रयासों में 2011 से समर्थन कर रहा है। (एजेंसी)