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  • गुपकार गुट को भी CM योगी ने लिए निशाने पर
  • CM योगी- राष्ट्रीय अस्मिता से खिलवाड़ करती है कांग्रेस
  • कांग्रेस से किया सवाल , पूछा- शांति बहाली से क्या समस्या

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नयी दिल्ली. जम्मू-कश्मीर(Jammu Kashmir) के गुपकार गुट (Gupkar) पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आज हमला करते हुए कहा कि, ” जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी का जो दोहरा रवैया है। वो राष्ट्रीय एकता के साथ खिलवाड़ है।” उन्होंने यह भी कहा कि “हम जानते हैं कि कांग्रेस ने हमेशा भारत की राष्ट्रीय अस्मिता के साथ खिलवाड़ किया है। ” 

उनका यह भी कहना था कि ” जम्मू कश्मीर को लेकर कांग्रेस का दोहरा मापदंड अब उजागर हो गया है। यह लोग वहाँ  आतंकवाद और अलगाववाद में शामिल लोगों को प्रोत्साहित करके राष्ट्रीय एकता और अखंडता के साथ खेल रहे हैं। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा को नहीं बनने देने के लिए आज कांग्रेस ही  जिम्मेदार है। 

दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के गुपकार गुट और कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, कांग्रेस ने हमेशा उनका साथ दिया है, जो कश्मीर में  अलगाव को बढ़ावा देते है।  कांग्रेस ने वहां धारा 370 छल से लागू करके ना सिर्फ अलगाववाद को बल दिया बल्कि आतंक को भी भरपूर बढ़ावा दिया है। 

वहीं योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि, “PM मोदी जी ने धारा 370 और 35A हटाकर, एक भारत श्रेष्ठ भारत को बनाना शुरू किया है।  अब इसी धारा 370 के हटने के बाद वहां की कई पार्टियों ने मिलकर गुपकार समझौता किया है, जिसमें कांग्रेस भी शामिल हो चुकी है।  यही नहीं इनके पी चिदम्बरम और गुलाम नबी जैसे बड़े नेता इसका सपोर्ट भी करते हैं। “

योगी ने कहा, ‘‘कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को चाहिए कि वह गुपकर समझौते के बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करे। अन्यथा उसका दोहरा चरित्र न केवल देश की सुरक्षा और संप्रभुता की ओर खतरनाक संकेत कर रहा है बल्कि पूरी कांग्रेस पार्टी को कठघरे में खड़ा कर रहा है।” मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘चीन और पाकिस्तान जैसे देशों को कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली के लिये आमंत्रित करने की मंशा क्या है और इन बातों से कांग्रेस का वास्ता किस हद तक है। यह स्थिति कांग्रेस पार्टी को पूरे देश के सामने स्पष्ट करनी चाहिए।”

उन्होंने कहा, ‘‘यह अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि भारत के संविधान की शपथ लेकर देश के अंदर सर्वाधिक समय तक शासन करने वाली पार्टी आज स्थानीय स्तर पर राजनीतिक स्वार्थो के लिये राष्ट्र की संप्रभुता और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है। यह जम्मू कश्मीर के लोगों के विकास को अवरूद्ध करने वाला एक कुत्सित प्रयास है।”

योगी ने कहा, ‘‘अब जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के दृढ़संकल्पों से यह सपना साकार हो रहा है, तो कांग्रेस के नेताओं को यह नहीं अच्छा लग रहा। शत्रु देश से मदद लेने की बात करने वाले फारुख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती जैसे नेताओं से जुड़ना कांग्रेस के लिए शर्मनाक है। पी. चिदम्बरम और गुलाम नबी आजाद जैसे कांग्रेसी नेता अनुच्छेद 370 की बहाली की बात करते रहे हैं, ये लोग हमेशा से ही अलगाववादी और आतंकवादी विचारों को प्रेरित और प्रोत्साहित करते रहे हैं।”

गौरतलब है कि चार अगस्त, 2019 को नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला के गुपकर स्थित आवास पर एक सर्वदलीय बैठक हुई थी। वहां एक प्रस्ताव जारी किया गया था, जिसे गुपकर समझौता के नाम से जाना जाता है। इसमें पार्टियों ने निर्णय किया कि वे जम्मू-कश्मीर की पहचान, स्वायत्तता और उसके विशेष दर्जे को बनाए रखने के लिए सामूहिक रूप से प्रयास करेंगे। इस समझौते में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी सहित जम्मू-कश्मीर के छह बड़े राजनीतिक दल शामिल हैं। गुपकर समझौते के अगले ही दिन जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया गया था और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख तो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया गया था।

जिस प्रकार से योगी आदित्यनाथ ने आज कांग्रेस और गुपकार गुट पर हमला किया है उससे यह साफ़ जाहिर होता है कि कश्मीर और गुपकार गुट पर बहुत जल्द ही बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने होने वाली है।