Bharat-Jodo-Yatra
फाइल फोटो

    Loading

    गुंडलुपेट/कर्नाटक: कांग्रेस महासचिव एवं संचार प्रभारी जयराम रमेश ने शुक्रवार को कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है और उनमें घबराहट पैदा कर दी है, क्योंकि इससे ‘‘एक नए राहुल गांधी और एक नई कांग्रेस पार्टी” का उदय हुआ है। 

    कांग्रेस की महत्वाकांक्षी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का शुक्रवार को यहां कर्नाटक चरण शुरू हुआ और राहुल गांधी के नेतृत्व में यात्रा ने केरल की सीमा से सटे सीमावर्ती चामराजनगर जिले में गुंडलुपेट से कर्नाटक में प्रवेश किया। रमेश ने कहा, ‘‘लोग पूछते हैं कि भारत को तोड़ कौन रहा है, जो कांग्रेस को भारत जोड़ो यात्रा करनी पड़ी। हमारा उत्तर है कि (नरेंद्र) मोदी की विचाराधारा, नीतियां, शख्सियत भारत को तोड़ रही है, क्योंकि आर्थिक असमानता बढ़ रही है, सामाजिक ध्रुवीकरण बढ़ रहा है और राजनीतिक अति-केंद्रीकरण बढ़ रहा है, इसलिए कांग्रेस यह यात्रा कर रही है।”

    उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह यात्रा कांग्रेस के लिए संजीवनी की तरह है और यह संगठन को मजबूत कर रही है और इसने भाजपा को ‘‘व्यथित और बहुत परेशान कर दिया है।” रमेश ने कहा, ‘‘इसने भाजपा एवं आरएसएस को पीछे हटने पर मजबूत किया है और उसमें घबराहट पैदा कर दी है, क्योंकि इस भारत जोड़ो यात्रा से एक नए राहुल गांधी और एक नई कांग्रेस पार्टी का उदय हुआ है।” दशहरा के अवसर पर कर्नाटक में चार और पांच अक्टूबर को यात्रा के विश्राम दिवस होंगे। 

    रमेश ने कहा कि राहुल गांधी और अन्य यात्री समाज के विभिन्न समूहों के साथ रोजाना बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि गांधी ने आज आदिवासी समुदाय के लोगों और उन परिवारों से मुलाकात की, जिन्होंने कोविड-19 के चरम पर होने के दौरान चामराजनगर अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण अपने-अपने परिवार के कमाने वाले सदस्यों को खो दिया। रमेश ने कहा कि शुक्रवार को भारत जोड़ो यात्रा का 23वां दिन है।

    उन्होंने बताया कि पैदल यात्रा के दौरान तमिलनाडु में 62 किलोमीटर और केरल में 355 किलोमीटर की दूरी तय की गई तथा अगले 21 दिनों में कर्नाटक में 511 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि यात्रा में 120 ‘भारत यात्री’ भाग ले रहे हैं, जिनमें से एक तिहाई महिलाएं हैं और यात्रियों की औसत आयु 38 वर्ष है। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान अब तक एक दिन में औसतन 21 किलोमीटर की दूरी तय की गई है। (एजेंसी)