Chirag paswan in Chennai
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चेन्नई. जमुई से लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर कथित हमलों के बीच सोमवार को चेन्नई का दौरा किया। उन्होंने शहर के पल्लवरम इलाके में प्रवासी कामगारों से बातचीत की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। साथ ही तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि से मुलाकात की।

चिराग पासवान ने प्रवासी मजदूरों पर हमले की अफवाहों पर राज्यपाल आरएन रवि के साथ बैठक की। उन्होंने कहा, “मैं राज्यपाल से मिला और उनके साथ जानकारी साझा की। मैंने उनसे अपनी तरफ से पूरी जांच करने और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि वास्तविक रिपोर्ट केंद्र तक पहुंचे।”

लोजपा नेता ने कहा, “कुछ असामाजिक तत्व हैं जो समुदायों के बीच गलतफहमी पैदा करते हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई की जरूरत है। राज्यपाल ने मुझे आश्वासन दिया कि वह इस मामले को देखेंगे और केंद्र को सही जानकारी भेजेंगे।”

इससे पहले पासवान श्रमिकों की दुर्दशा को नजरअंदाज करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर बरसे थे। उन्होंने दावा किया कि यदि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की बेहतरी एवं विकास के लिए काम किया होता तो न लोग रोजगार की खोज में बिहार से बाहर जाते और न ही यह संकट खड़ा होता।

पासवान ने कहा, ‘‘मैं इस मुद्दे पर राजनीति करने या किसी पर दोषारोपण करने यहां नहीं आया हूं। यदि प्रवासी बिहारी मजदूरों पर हमले के वीडियो असत्य हैं तब यह अफवाह कौन फैला रहा है तथा भाषा के आधार पर देश एवं लोगों को बांटने की चेष्टा कर रहा है। यदि हमला हुआ है तो हमले के लिए जिम्मेदार लोगों या इस तरह की अफवाह फैलाने वालों को सलाखों के पीछे डाल दिया जाना चाहिए।”

उन्होंने कहा, “बिहारी श्रमिकों पर अत्याचार के बारे में मैं सुन रहा हूं, मेरे पास फोन और संदेश भी आ रहे हैं जिनमें मुझे बताया जा रहा है कि कोयंबटूर और तमिलनाडु के अन्य हिस्सों में उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।” 

उन्होंने कहा कि भारत में दोहरी नागरिकता की अवधारणा नहीं है और लोग देश में कहीं भी जाने के लिए आजाद हैं। उन्होंने कहा, “यदि हमला महज एक अफवाह है तो फिर यह अफवाह कौन फैला रहा है और उसकी मंशा क्या है? उनसभी की पहचान की जानी चाहिए एवं उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।” (एजेंसी इनपुट के साथ)