नई दिल्ली. पिछले दिनों कांग्रेस (Congress) से तीन पीढ़ियों के और करीब 50 साल पुराने रिश्ते को अलविदा कहते हुए उसे बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं देने वाले पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति (पीपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) (BJP) का दामन थाम लिया। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में जिन लोगों की चलती है वो चापलूस लोग हैं, चुगलखोर लोग हैं।
सुनील जाखड़ ने कहा, “आप नोटिस देकर सुनील को पदों से उतारकर सुनील की आवाज़ नहीं बंद कर सकते। हम कांग्रेस की विचारधारा से बंधे हुए थे, राष्ट्रवाद की विचारधारा आज भी मेरे अंदर है। वो (कांग्रेस) भटक गए तो भेड़ तो हैं नहीं कि पीछे चले जाएंगे।”
उन्होंने कहा, “ये कठिन फैसला लेना पड़ा। 50 साल का नाता निभाकर एक नए घर में जाना…क्योंकि किसी भी ‘परिवारवाद’ से राष्ट्रवाद सबसे बड़ा है। मेरी निष्ठा देश के साथ है। मैंने ठोक के कहा कि आप जो कर रहे हैं ग़लत है। सुधरने की जगह उन्होंने प्रयास किया कि सुनील को पदों से हटाया जाए।”
A strong opposition is necessary in a democracy. Congress party should be aware of those who flatter, & should take command in their own hands, BJP leader Sunil Jakhar further added pic.twitter.com/lJkjWdw3rm
— ANI (@ANI) May 19, 2022
भाजपा नेता ने कहा कि, “आज वहां (कांग्रेस) पर जिन लोगों की चलती है वो चापलूस लोग हैं, चुगलखोर लोग हैं…इसी महारथ के चलते 30 साल से राज्यसभा में बैठे हैं। पंजाब में पैर दिए बिना पंजाब की राजनीति यहां से चला रहे हैं।”
कांग्रेस के पूर्व नेता ने कहा, “उन्होंने कहा पंजाबियत उनको पता नहीं, वहां वे आग फैलाने की बात करते हैं। कांग्रेस पार्टी उनकी बात को नजरअंदाज करने की बजाए उनकी बात पर कांग्रेस पार्टी मुहर लगाती है। ये बहुत बड़ी कमी आ गई है।
जाखड़ ने कहा, “उदयपुर के चिंतन शिविर में यूक्रेन की, विदेश नीति की बात करके आए हैं। वहां पर बात होनी चाहिए थी कि यूपी में, पंजाब में, गोवा में, उत्तराखंड में, मणिपुर में क्या हुआ। बातें गौर से होती तो पता चलता कि किसने क्या कहा।”
गौरतलब है कि, सुनील जाखड़ ने 14 मई को फेसबुक के जरिए देश की सबसे पुरानी पार्टी को ‘गुड लक और गुडबाय कांग्रेस’ कह दिया था। कांग्रेस छोड़ने की घोषणा करते हुए उन्होंने दिल्ली में बैठे कुछ नेताओं, खासकर अंबिका सोनी पर हमला किया था और कहा था कि जब तक ऐसे नेताओं से कांग्रेस को मुक्ति नहीं मिलेगी, तब तक वह पंजाब में अपना जनाधार नहीं बना सकती।