नई दिल्ली. उत्तराखंड (Uttrakhand) से मिल रही बड़ी खबर के अनुसार, अब जोशीमठ (Joshimath) के बाद बद्रीनाथ (Badrinath) में जमीन एक फीट तक धंस चुकी है। बताया जा रहा है कि, इसका प्रधान कारण यहां मौजूद पुरानी बिल्डिंगों की तोड़फोड़ है। दरअसल यहां कई पुरानी बिल्डिंगों की तोड़फोड़ कर उन्हें फिर से नया रूप दिया जा रहा है, जिसके चलते यहां निर्माण कार्य के दौरान हो रही खुदाई के चलते धरती में हो रहे कम्पन से यह धसांव घटित हुआ है। हालांकि इसके चलते चारधाम यात्रा पर कोई खतरा नहीं है।
जानकारी दें कि, उत्तराखंड में खराब मौसम के कारण केदानाथ के लिए कल यानी आगामी 25 मई तक नए रजिस्ट्रेशन पर एक बार फिर रोक लगा दी गई है। वहीं अब यहां सबसे बड़ी मुसीबत जोशीमठ के लोगों पर आ चुकी है। दरअसल होटल मालिकों ने दरारों वाले घरों से होटलों में शिफ्ट किए गए लोगों से अब अप्पने होटल खाली करवा लिए हैं। इसलिए इनमें से कुछ लोगों को मजबूरी में अपने घरों में लौटना पड़ा है।
After Joshimath, now Badrinath Dham is also in danger. Here the ground is sinking and cracks are appearing. Unplanned vandalism in the name of development has put the people of Badrinath in danger. #badrinathdham #badrinath #BadrinathDham #Joshimath #Uttrakhand @PMOIndia @ukcmo pic.twitter.com/6QW0yvyrZV
— DK The Khabri🇮🇳 (@DKKhabri) May 21, 2023
Courtsey : @DKKhabri
पता हो कि, अक्टूबर 2021 से ही इस भू-धंसाव झेल रहे जोशीमठ की हालत जनवरी में और भी ज्यादा चिंताजनक हो गई थी। तब यहां घरों में पड़ी दरारें चौड़ी और गहरी हो गईं, जगह-जगह पानी रिसने से यहां के सभी 9 वार्ड के 868 घरों में दरारें आ गईं थी। डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने इनमें से चार वार्ड के 181 घरों को असुरक्षित घोषित किया था।