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    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज यानी शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोलकाता में वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर उसे देश को समर्पित किया। इसके अलावा आज PM मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोलकाता में मेट्रो प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाकर उसका उद्घाटन भी किया।  

    इस अवसर पर राज्यपाल सी. वी आनंद बोस और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी उपस्थित थे। वंदे भारत एक्सप्रेस हावड़ा और पूर्वोत्तर के प्रवेश द्वार न्यू जलपाईगुड़ी को जोड़ेगी। अधिकारियों ने कहा कि नीले-सफेद रंग की यह ट्रेन 7 घंटे 45 मिनट में 564 किमी की दूरी तय करेगी। इससे इस मार्ग पर अन्य ट्रेनों की तुलना में यात्रा के समय में तीन घंटे की बचत होगी। इसके तीन स्टेशन बारसोई, मालदा और बोलपुर होंगे। अत्याधुनिक ट्रेन में 16 डिब्बे हैं।  

    आज इस मौके पर पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी (Mamta Bannerjee) ने कहा कि, प्रधानमंत्री जी आज आपके लिए बहुत दुखद दिन है। मैं भगवान से प्रार्थना करूंगी की आपको यह दुख सहन करने की क्षमता दे। मैं आपसे अनुरोध करूंगी कि आप इस कार्यक्रम को छोटा रखें क्योंकि आप अभी अपनी मां के अंतिम संस्कार से आए हैं।

    वहीं आज वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने के बाद PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि, “कोलकाता की धरती को मैं नमन करता हूं। मैं निजी कारणों से आपके बीच नहीं आ पाया। आज इतिहास में 30 दिसंबर की तारीख का बड़ा महत्व है। 30 दिसंबर 1943 में नेताजी सुभाष में अंडमान में तिरंगा फैराकर भारत की आज़ादी की बिगुल फूंका था। इस घटना के 75 वर्ष होने पर साल 2018 में मैं अंडमान गया था और नेताजी के नाम पर एक द्वीप का नामकरण भी किया था।”

    इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, “21वीं सदी में भारत के तेज़ विकास के लिए भारतीय रेलवे का तेज़ विकास और सुधार जरूरी है। इसलिए केंद्र सरकार भारतीय रेलवे को आधुनिक बनाने के लिए निवेश कर रही है। आज वन्दे भारत, तेजस, हमसफर जैसी आधुनिक ट्रेन देश में बन रही हैं, रेलवे को भी एयरपोर्ट की तरह विकसित किया जा रहा है।”

    जानकारी दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन का 100 साल की उम्र में अहमदाबाद के अस्पताल में आज तड़के निधन हो गया। हीराबेन को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियों के चलते बुधवार को सुबह ‘यू एन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर’ में भर्ती कराया गया था। उनके पार्थिव शरीर का गांधीनगर में अंतिम संस्कार किया गया।