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    नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत के बाद बागी एकनाथ शिंदे गुट जल्द ही राज्यपाल के पास जा सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिंदे गुट एक दो दिनों में राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मुलाकात कर राज्य सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मांग कर सकता है। सूत्रों के अनुसार, इसी के साथ वह असली शिवसेना होने का दावा भी कर सकता है।

    सरकार से समर्थन ले चुके वापिस

    मिली जानकारी के अनुसार, एकनाथ शिंदे गुट राज्यपाल से उद्धव ठाकरे सरकार से समर्थन वापस ले सकता है। इसी के खुद को असली शिवसेना बताते हुए विधानसभा में बहुमत साबित करने की मांग भी कर सकता है।

    उपराज्यपाल के नोटिस पर अदालत ने लगाई रोक

    शिवसेना ने एकनाथ शिंदे सहित 16 विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग पर विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा भेजी नोटिस पर सुप्रीम कोर्ट ने 11 जुलाई तक रोक लगा दी है। शिंदे गुट ने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर कर आए नोटिस को असंवैधानिक बताया था। इसी पर सुनवाई करते हुए अदालत ने उपाध्यक्ष को नोटिस जारी कर पांच दिन के अंदर जवाब देने को कहा है। साथ ही 11 जुलाई शाम साढ़े पांच बजे तक रोक लगा दी है।

    सर्वोच्च अदालत ने राज्य सरकार, विधानसभा सचिव, केंद्र सरकार, शिवसेना नेता अजय चौधरी और सुनील प्रभु को भी नोटिस जारी कर जवाब देने को कहा है। वहीं इनके जवाब के बाद शिंदे गुट को भी अपना पक्ष रखने के लिए तीन दिन की मोहलत दी है।

    फ्लोर टेस्ट से क्यों डर रहे स्पीकर?

    उच्चतम न्यायालय में शिंदे गुट की तरफ से पेश हुए वकील कौल ने सुनवाई के दौरान विधानसभा में फ्लोर टेस्ट की मांग की। जिस पर अदालत ने उनसे पूछा कि, आप हाईकोर्ट क्यों नहीं गए। जिस पर जवाब देते हुए कौल ने कहा, यह मामला बेहद गंभीर है। इसलिए हम यहां आएं हैं।” उन्होंने आगे कहा, “जो लोग अल्पमत में हैं, उन्होंने व्यवस्था पर कब्जा कर रखा है. हमें जान की धमकी दी जा रही है. हमारी लाश लौटेगी, जैसी बातें कही जा रही हैं। जिस स्पीकर को बहुमत का समर्थन हो, वह फ्लोर टेस्ट से क्यों डरेगा?”