
नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Agriculture Bill) को लेकर सरकार द्वारा भेजे प्रस्ताव पर किसान संगठन (Farmer Organization) कल निर्णय लेंगे। सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर आयोजित प्रेस वार्ता में किसान नेता कुलवंत सिंह संधू (Kulwant Singh Sindhu) ने कहा, “आज पंजाब के 32 किसान संगठनों की बैठक हुई और उसमें ये फैसला किया गया कि केंद्र सरकार की चिट्ठी पर कल की बैठक में फैसला लिया जाएगा।”
कृषि कानूनों के विरोध में यूके सांसदों को पत्र
ब्रिटेन के पीएम 26 जनवरी को भारत आने वाले हैं। हम ब्रिटिश सांसदों को लिख रहे हैं कि वे ब्रिटेन के पीएम को भारत आने से तब तक के लिए रोक दें, जब तक कि किसानों की मांगें भारत सरकार से पूरी नहीं हो जातीं।
किसान नेता संधू
The UK PM is scheduled to visit India on 26th January. We are writing to British MPs asking them to stop the UK PM from visiting India till the time farmers’ demands are not met by the Indian government: Kulwant Singh Sandhu, farmer leader from Punjab at Singhu border https://t.co/m2Z0ReXFrd
— ANI (@ANI) December 22, 2020
सरकार कानून पर अडिग
किसान मजदूर संघर्ष समिति के सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “सरकार ने खेत कानूनों के बारे में अपनी स्थिति तय की है कि तीनों कानूनों को वापस नहीं लिया जाएगा। उन्होंने एक पत्र जारी किया जिसमें कहा गया कि अगर किसान इन कानूनों में संशोधन चाहते हैं, तो उन्हें चर्चा के लिए तारीख और समय प्रदान करना होगा।”
जनता मान रही किसान जिद्दी
पंढेर ने कहा, “यह सरकार द्वारा एक कदम आगे नहीं है, बल्कि किसानों को बरगलाए जाने का एक तरीका है। एक सामान्य व्यक्ति यह सोचता है कि किसान जिद्दी हैं, लेकिन तथ्य यह है कि हम कृषि कानूनों में संशोधन नहीं चाहते हैं, हम चाहते हैं कि वे पूरी तरह से ख़त्म किया जाएं।”
This is not a step forward by the govt but a way to trick farmers. A normal person would think that farmers are stubborn but the fact is that we don’t seek amendments in farm laws, we want them to be completely shunned: Sarwan Singh Pandher, Kisan Mazdoor Sangharsh Committee https://t.co/dNXYRg0l6U
— ANI (@ANI) December 22, 2020
कृषि कानूनों के समर्थन में तोमर से मिले किसान
एक ओर जहां किसान आंदोलन कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कानून के समर्थन में कई किसान संगठन कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिले है। जिसमें किसान संघर्ष समिति और भारतीय किसान यूनियन के नेता शामिल थे।
बैठक के बाद बाहर निकले कृषि मंत्री ने कहा, “आज अनेक किसान यूनियन के पदाधिकारी आए और उनकी ये चिंता है कि सरकार बिलों में कोई संशोधन करने जा रही है। उन्होंने कहा है कि ये बिल किसानों की दृष्टि से बहुत कारगर हैं, किसानों के लिए फायदे में हैं और बिल में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “मुझे आशा है कि जल्दी उनका विचार-विमर्श पूरा होगा, वो चर्चा करेंगे और हम समाधान निकालने में सफल होंगे।”
Some farmer leaders (from UP) met me today to extend their support to the farm laws. They said that no amendments should be made in the three laws: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar in Delhi https://t.co/6kuL9IfOIL pic.twitter.com/xhhRYY6vZi
— ANI (@ANI) December 22, 2020