कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार की बढ़ी मुश्किल, हनुमान बेनीवाल ने छोड़ा एनडीए

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नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Agriculture Bill) पर सरकार की मुश्किलें बढती ही जा रही हैं. एक ओर जहां किसान आंदोलन (Farmer Protest) कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सरकार के सहयोगी दल उनका साथ छोड़ते जा रहे है। इसी क्रम में शनिवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (Rashtriya Loktantrik Party) के प्रमुख हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने एनडीए छोड़ने का ऐलान कर दिया। जिसकी घोषणा करते हुए बेनीवाल ने कहा, “केंद्र सरकार कृषि बिलों को वापिस न लेने पर अड़ी हुई है। ये तीनों बिल किसानों के खिलाफ हैं इसीलिए मैंने NDA छोड़ दी है।”

ज्ञात हो कि, कृषि कानूनों के खिलाफ बेनीवाल केंद्र सरकार पर हमलावर रहे हैं। वह कई बार कानून वापस नहीं लेने पर एनडीए छोड़ने की बात कह चुके थे। वहीं उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर कानूनों को वापिस लेने का अनुरोध किया था। 

इसके पहले अकाली ने छोड़ा था एनडीए

कृषि कानूनों को लेकर एनडीए में घमासान मचा हुआ है आरएलपी के पहले शिरोमणि अकाली दल ने कानून का विरोध करते हुए एनडीए छोड़ दिया था पार्टी के कोटे से मंत्री हरसिमरन कौर बादल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था

कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं 

आरएलपी प्रमुख ने एनडीए छोड़ने पर कांग्रेस के साथ गठबंधन पर उन्हें स्पष्ट करते हुए कहा, “भले मैं एनडीए को छोड़ रहा हूँ, इसका मतलब यह नहीं है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन किया जाएगा। हम कांग्रेस के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे।”

तीन संसदीय समिति से दे चुके हैं इस्तीफा 

इसके पहले बेनीवाल ने 19 दिसंबर को तीन संसदीय समितियों के सदस्य से अपना इस्तीफ़ा दे दिया था उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को भेजे अपने पत्र में किसान आंदोलन का समर्थन में इस्तीफा देने की बात कही थी  हालांकि उनके बाद में जानकरी सामने आई की 2019 में बाड़मेर में उनपर हुए हमले पर लोकसभा द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने के वजह से दिया हैं

किसानों का जत्था लेकर दिल्ली रवाना 

कृषि कानूनों का बेनीवाल लगातार विरोध कर रहे हैं इसी क्रम में वह राजस्थान से किसानों का बड़ा जत्था लेकर दिल्ली के लिए निकल चुके हैं गुरुवार को उन्होंने कहा था कि राज्य से दो लाख से ज्यादा किसान दिल्ली में बैठे किसानों का समर्थन देने के लिए दिल्ली जाएंगे