Airport will start in Ayodhya before the start of Ram temple construction

    Loading

    नई दिल्ली : अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर (Ram Temple) का निर्माण इस साल दिसंबर में शुरू होने की उम्मीद है। लेकिन उससे काफी पहले सितंबर में ही यहां पर एक घरेलू हवाई अडडा (Airport) कार्य करना शुरू कर देगा। जिसे वर्ष 2025 में अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडा में परिवर्तित कर दिया जाएगा। जिससे दुनिया भर से राम भक्त यहां पर भगवान राम के भव्य मंदिर में दर्शन के लिए सीधे पहुंच पाएं।

    उत्तर प्रदेश (UP) के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने दिल्ली में आयोजित इंवेस्ट उप्र को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया भर से आने वाले राम भक्त 2025 में सीधे अयोध्या आने में सक्षम होंगे। इसकी वजह यह है कि इस साल सितंबर से शुरू होने वाला अयोध्या का घरेलू हवाई अडडा उस समय अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडा हो जाएगा।

    उन्होंने कहा कि उप्र में इस समय तक 12 लाख करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं। जो लगभग 20 लाख करोड़ रूपये तक पहुंचेंगे। इस अवसर पर नीति आयोग के पूर्व सीईओ और जी—20 के शेरपा अमिताभ कांत, उप्र के वरिष्ठ मंत्री एके शर्मा और सीआईआई के डीजी चंद्रजीत बनर्जी ने भी इस सम्मेलन को संबोधित किया। बनर्जी ने कहा कि सीआईआई उप्र में अपने कई चैप्टर खोलने की तैयारी कर रहा है। यह इस बात का संकेत है कि यहां पर निवेश और कारोबार का विकास हो रहा है।

    दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि उप्र में कई एयरपोर्ट, नई राजमार्गो का संजाल, धार्मिक नगरों का विकास, उदयोग को विशेष रियायत जैसे कदम उठाए जा रहे हैं। जिससे उप्र की इकॉनोमी 1 ट्रिलीयन जल्द ही होगी। दुर्गाशंकर मिश्रा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्वासपात्र अधिकारी माना जाता है।

    वह इससे पहले दिल्ली में केंद्रीय शहरी विकास सचिव थे। उनके कार्यकाल में ही प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा योजना और नई संसद भवन के निर्माण का कार्य शुरू हुआ था। जिसे मिश्रा ने तेजी से आगे बढ़ाने में सफलता हासिल की थी। इसके अलावा दुर्गाशंकर मिश्रा को वाराणसी शहर में सीवर लाइन डालने के कार्य के लिए भी याद किया जाता है। उनसे पहले सभी नौकरशाह इसे असंभव कार्य करार दे चुके थे।

    इस अवसर पर नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि उप्र ने तेजी से अपनी छवि को बदला है। इसके अलावा उसने यह दिखाया है कि अगर कोई राज्य चाहे तो उसका परिवर्तन हो सकता है।

    इधर, रेलवे ने भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या और मां सीता के धाम जनकपुर नेपाल के लिए 17 फरवरी से एक 7 दिवसीय भारत गौरव ट्रेन चलाने का निर्णय किया है। जो नंदीग्राम, सीतामढ़ी, वाराणसी, प्रयागराज जैसे स्थानों की यात्रा कराएगी। इस दौरान रहने, खाने—पीने और इन स्थानों पर सैर की समस्त व्यवस्था रेलवे का निकाय आईआरसीटीसी करेगा।

    इस समस्त यात्रा के लिए 39 हजार रूपये से पैकेज शुरू होंगे। इस रेलगाड़ी में करीब 156 यात्री सफर कर पाएंगे। रेलगाड़ी में 4 फसर्ट एसी और 2 सेकेंड एसी के कोच के अलावा एक पेंट्री कार और दो रेंस्तरा कोच होंगे। यह माना जा रहा है कि यह रेलगाड़ी अयोध्याा में राम मंदिर निर्माण से पहले यहां के धार्मिक यात्रा को बढ़ावा देने का कार्य करेगी।