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    नई दिल्ली. बीते शुक्रवार जहां, अमरनाथ गुफा (Amarnath Cave) के पास बादल फटने से अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं अभी भी 45 लोग लापता हैं। इसी बीच आज यानी शनिवार को सेना ने सुबह सुबह रेस्क्यू अपना ऑपरेशन शुरू कर दिया है। इसमें 6 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया है। वहीं माउंटेन रेस्क्यू टीम कि यूनिट भी अब लापता लोगों की तलाश में जी जान से जुट गई है।

    वहीं इन सबके बीच ITBP की तरफ से बताया गया कि बाढ़ की वजह से पवित्र गुफा क्षेत्र के पास फंसे अधिकांश श्रद्धालुओं को पंजतरणी में भेज दिया गया है। ITBP ने अपने मार्ग खोलकर निचली पवित्र गुफा से पंजतरणी तक बढ़ा दिया है। कोई भी श्रद्धालु ट्रैक पर नहीं रह गया है। साथ ही करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित भेजा गया है।

    हालाँकि इस घटना के बाद भी अमरनाथ यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की हिम्मत में कोई कमी नहीं आई है। बीते शुक्रवार की देर रात को अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था जम्मू बेस कैंप से कश्मीर के बालटाल और पहलगाम बेस शिविरों के लिए रवाना हुआ है। ल्व्किन वहीं बालटाल और पहलगाम के आगे यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है।

    गौरतलब है कि बीते शुक्रवार शाम 5 बजकर 30 मिनट को अमरनाथ गुफा के पास अचानक बादल फटा था। जानकारी के अनुसार, जिस समय बादल फटा, उस समय गुफा के पास करीब 10 से 15 हजार श्रद्धालु मौजूद थे। इस घटना में मरने वालों में 3 महिलाएं भी शामिल हैं। बाद में यात्रियों को पवित्र गुफा के पास से पंचतरणी ले जाया गया है।

    मिली जानकारी के अनुसार बादल फटने की घटना पवित्र गुफा के 1 से 2 किलोमीटर के दायरे में हुई है। वहीं पहाड़ों से तेज बहाव के साथ आए पानी से यहां रुके हुए श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए करीब 25 टेंट और दो से तीन लंगर बह गए। साथ ही भयानक बारिश से पूरे इलाके में तेजी से पानी भर गया और कई लोग इसकी चपेट में आ गए हैं। इनमे से कई श्रद्धालु लापता हैं और उनके तेज बहाव में बह जाने की आशंका जताई गयी है।