बारामूला: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के बारामूला दौरे पर हैं। उन्होंने बारामूला में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पहले यह टेररिस्ट हॉटस्पॉट था आज टूरिस्ट हॉटस्पॉट है। पहले यहां साल के 6 लाख सैलानी आते थे। आज यहां अक्टूबर तक 22 लाख सैलानी आए हैं। इससे कई युवाओं को रोज़गार मिला है। मोदी ने 5 अगस्त के बाद जम्मू-कश्मीर में जम्हूरियत को जमीन तक, गांव तक पहुंचाने का काम किया है।
शाह ने कहा कि आज घाटी और जम्मू-कश्मीर में 30 हजार से ज्यादा लोग पंचायत, तहसील पंचायत का नेतृत्व कर रहे हैं। पहले कश्मीर में जम्हूरियत की व्याख्या थी, तीन परिवार, 87 विधायक और 6 सांसद। जिन्होंने यहां 70 साल राज किया वे मुझे पाकिस्तान से बात करने की सलाह देते हैं। मेरा स्पष्ट मत है कि मैं पाकिस्तान से बात नहीं करना चाहता।
Modi Ji’s model of governance brings development and employment. While the Gupkar model offers stones and guns in hands of the youth. There is a lot of difference between Modi’s model and Gupkar model: Union Home Minister Amit Shah addresses a public rally in Baramulla, J&K pic.twitter.com/2cPFTaiNq5
— ANI (@ANI) October 5, 2022
जनसभा क संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि गुपकर मॉडल में युवाओं के लिए पत्थर, बंद कॉलेज, बंदूक है और मोदी मॉडल में युवाओं के लिए IIM, IIT, AIIMS, NEET हैं। युवाओं के लिए पढ़ाई-लिखाई है। उन्हें पत्थर नहीं चाहिए। युवाओं के हाथ में से पत्थर लेकर पढ़ाई-लिखाई कराने का कम मोदी ने किया है मैं बारामूला, कश्मीर के युवाओं से बात करना चाहता हूं। आज देश के सभी राज्य आगे बढ़ रहे हैं कश्मीर को भी देश के साथ चलना है।