श्रीनगर. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) शनिवार को जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के तीन दिवसीय दौरे पर श्रीनगर (Shrinagar) पहुंचे। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद केंद्र शासित प्रदेश की यह उनकी पहली यात्रा है। इस दौरान वह घाटी में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर हवाई अड्डे पर उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने शाह का स्वागत किया, जहां जम्मू कश्मीर प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
मिले शहीद के परिजनों से
तय कार्यक्रम के अनुसार अमित शाह ने आज यानी शनिवार को राजभवन में जम्मू कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की। इससे पहले शाह ने श्रीनगर में शहीद इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार के परिजनों से भी मुलाकात की। इस दौरान गृहमंत्री शाह ने डार की पत्नी फातिमा अख्तर को भी सरकारी नौकरी देने का वादा किया। वहीं अमित शाह ने शहीद इंस्पेक्टर परवेज अहमद के परिजनों से कहा कि, “पूरा देश आपके साथ है। हम हमेशा जम्मू कश्मीर पुलिस और परवेज अहमद डार के सर्वोच्च बलिदान को याद रखेंगे।” इसके साथ ही अमित शाह ने शहीद डार के शौर्य को याद कर एक ट्वीट भी किया।
.@JmuKmrPolice के शहीद जवान परवेज अहमद दार के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुझे व पूरे देश को उनकी बहादुरी पर गर्व है। उनके परिजनों से भेंट की और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दी।
मोदी जी ने जो नए J&K की कल्पना की है, उसको साकार करने के लिए J&K पुलिस पूरी तन्मयता से प्रयासरत है। pic.twitter.com/Krv6CNfdJu
— Amit Shah (@AmitShah) October 23, 2021
बता दें कि इसी साल जून में आतंकियों ने श्रीनगर के नौगाम इलाके में पुलिस इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार की हत्या कर दी थी। इन आतंकियों ने श्रीनगर के नौगाम स्थित कानीपोरा मस्जिद में जाते वक्त अहमद डार पर फायरिंग की थी। इस हमले में डार शहीद हो गए थे।
गौरतलब है कि पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और जम्मू कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद शाह की यह पहली कश्मीर यात्रा है। शाह के घाटी दौरे से पहले पूरे कश्मीर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है। उन्होंने बताया कि विशेष रूप से यहां शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हाल में आम नागरिकों की हत्याओं के मद्देनजर अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की 50 कंपनियों को घाटी में शामिल किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर के कई इलाकों के साथ कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में केंद्रीय अर्धसैनिक बल (सीआरपीएफ) के बंकर बनाए गए हैं।