नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने PFI पर प्रतिबंध लगाने को लेकर कहा कि मोदी सरकार ने सामाजिक कल्याण के बहाने कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वाले एक संगठन (PFI) पर प्रतिबंध लगाने में संकोच नहीं किया, हमने संगठन के खिलाफ गहन जांच की और उसके सदस्यों को गिरफ्तार किया। कट्टरपंथी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीनी अधिकारियों से ली फंडिंग?
तवांग मामले पर उन्होंने कहा कि तवांग पर हमसे सवाल करने से पहले, राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए, क्या वह चीनी अधिकारियों के साथ थे, जबकि भारतीय सेना डोकलाम मुद्दे पर चीन के सैनिकों से लड़ रही थी? क्या उन्होंने उस समय हमारी सेना पर सवाल उठाया था? क्या राजीव गांधी फाउंडेशन (Rajiv Gandhi Foundation) ने चीनी अधिकारियों से फंडिंग ली?
आतंकवाद को मिल रहा समर्थन
आगे उन्होंने यह भी कहा कि जहां भारत दुनिया को आतंकवाद (Terrorism) के खिलाफ एकजुट कर रहा है, वहीं हमारे कुछ पड़ोसी देश आतंकवाद का समर्थन कर रहे हैं और जोर-शोर से इसके पक्ष में बोल रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका असली चेहरा सामने आ गया है।
Before questioning us on Tawang,Rahul Gandhi must answer,was he with Chinese officials while Indian Army was fighting China troops over Doklam issue? Did he question our Army at that time? Did Rajiv Gandhi foundation take funding from Chinese authorities?: Union Min Anurag Thakur pic.twitter.com/HKdnabbaU7
— ANI (@ANI) December 19, 2022
पूर्वोत्तर में शांति का दौर
इतना ही नहीं अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा कि पूर्वोत्तर में 2014 के बाद शांति का दौर शुरू हुआ। उग्रवाद की हिंसा में 80% की कमी, नागरिकों की मृत्यु में 89% की कमी आई है और 2014 के बाद 6000 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया। वामपंथी उग्रवाद में 265% की कमी हुई है।