नई दिल्ली. सुबह की बड़ी खबर के अनुसार मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा (Himanta Biswa Sarma) की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi)और कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस अब हमलावर हो गयी हैं और इस बात अपना उन पर पलटवार वगु किया है। जी हाँ, कांग्रेस ने कहा है कि, CM हिमंत अपना मानसिक संतुलन पूरी तरह से खो चुके हैं और उन्हें सख्त इलाज की जरूरत है।
दरअसल पाकिस्तान (Pakistan) में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) के सबूत मांगने के मामले में राहुल गांधी पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा (CM Himanta Biswa Sarma) ने बीते शुक्रवार को कहा था कि उन्होंने कभी उनके पिता के बारे में कोई भी सबूत नहीं मांगा।उन्होंने कहा था कि, “क्या मैंने कभी सबूत मांगा कि आप राजीव गांधी के बेटे हो या नहीं।” इस संबंध में बिस्व सरमा ने आगे यह भी कहा था कि कांग्रेस को सेना के यह कहने पर विश्वास करना चाहिए कि उन्होंने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की और इसमें कोई विवाद नहीं होना चाहिए।
#WATCH Rahul Gandhi wanted proof of surgical strike conducted by India on Pak. Did we ever ask you for proof whether you’re Rajiv Gandhi’s son or not? If our soldiers have said that they’ve carried a strike…then who gave you right to ask for proof: Assam CM HB Sarma in U’khand pic.twitter.com/fYLSbc4Dps
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 11, 2022
इधर कांग्रेस ने हिमंत बिश्व सरमा की इस बड़ी टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा और यह संगीन आरोप लगाया कि, सरमा अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निष्ठा प्राप्त करने के लिए अपनी ही पुरानी पार्टी को अब गाली दे रहे हैं।
हार सामने देख असम के (कांग्रेस के भगोड़े) मुख्यमंत्री ने मानसिक संतुलन खो कर राजनीतिक दिवालियेपन की सब हदें पार कर ली।
अब मोदी जी की निष्ठा प्राप्त करने के लिए अपनी पुरानी पार्टी को गाली देना ज़रूरी है।
ये हेमंता सरमा के छिछोरेपन व घटिया सोच का सबूत है।
https://t.co/nSaa2uieE7— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 11, 2022
इस बाबत पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ” हार सामने देख असम के (कांग्रेस के भगोड़े) मुख्यमंत्री ने मानसिक संतुलन खो कर राजनीतिक दिवालियेपन की सब हदें पार कर ली। अब मोदी जी की निष्ठा प्राप्त करने के लिए अपनी ही पुरानी पार्टी को गाली देना ज़रूरी है। ये हिमंत सरमा के छिछोरेपन व घटिया सोच का पुख्ता सबूत है।” गौरतलब है कि सरमा BJP में शामिल होने से पहले कांग्रेस में ही थे।