नयी दिल्ली. जहाँ बीते गुरूवार को असम (Assam) के दरांग (Daraang) जिले के सिपाझार में अतिक्रमण हटाने को लेकर पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हिंसक झड़प हुई। वहीं इस झड़प में दो प्रदर्शनकारियों की मौत भी हो गई है। इसके अलावा झड़प में अब तक नौ पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की खबर है। दरअसल ये ये झड़प तब हुई थी जब पुलिसकर्मियों की एक टीम अतिक्रमण हटाने के लिए इस इलाके में गई थी।
RSS Government Implement NRC – CAA against Muslims in Assam
Reports emerging: Three killed in clashes with police in Darang Assam following protests against evictions of 800 Muslim families
A local identified those killed: Saddam Hussain S/O Monser Ali, Forid S/O Khaleque Ali pic.twitter.com/n3aNGSywDp
— BlackBerry (@Khaled_ten) September 24, 2021
Courtsey: BlackBerry (@Khaled_ten)
बता दें कि असम सरकार ने दरांग जिले के सिपाझार के गोरुखुटी गांव में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया था। इसके तहत यहाँ से करीब 800 परिवारों को हटाया गया। असम सरकार का दावा है कि ये लोग यहां पर अतिक्रमण करके रह रहे थे। खबर की मानें तो इस गांव में ज्यादातर पूर्वी बंगाल मूल के लोग रहते हैं।
बताया जाता है कि ये पूरा विवाद अतिक्रमण के चलते ही हुआ था, आइये जानें इसके पीछे की कहानी
दरअसल असम के दरांग जिले के सिपाहझार इलाके में असम की सरकार कम्युनिटी फार्मिंग करना चाहती है। लेकिन यहां की करीब 25 हज़ार एकड़ ज़मीन पर अब 3000 परिवारों का कब्जा है। असम सरकार का आरोप है कि इन परिवारों ने अवैध रूप से ज़मीन कब्जाई है। हालाँकि सरकार ने फार्मिंग की स्कीम लाकर बिना ज़मीन वाले परिवार को दो एकड़ ज़मीन देने की बात कही थी, लेकिन दोनों पक्ष इस पर एकमत पर नहीं आ पाए।
Today Assam police and public in Darang district of Assam pic.twitter.com/z6n5amZlJZ
— Jahangir Hussain (@Jahangi15431178) September 23, 2021
Courtsey: Jahangir Hussain (@Jahangi15431178)
अब असम सरकार का कहना है कि कम्युनिटी फार्मिंग के लिए मूलरूप से 3000 एकड़ तक जमीन चाहिए थे, दो दिन से यह प्रक्रिया चल रही थी और 1000 एकड़ ज़मीन खाली करवाई गई। लेकिन गुरुवार को अचानक रह रहे लोगों की तरफ से पत्थरबाजी की गई, जिसके बाद यह पूरा बवाल शुरू हुआ। इसके बाद अब असम सरकार ने अवैध रूप से कब्जा करने वालों पर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम करने की बड़ी बात कही है।
Continuing our drive against illegal encroachments, I am happy and compliment district administration of Darrang and @assampolice for having cleared about 4500 bigha, by evicting 800 households, demolishing 4 illegal religious structures and a private instn at Sipajhar, Darrang. pic.twitter.com/eXG6XBNH6j
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 20, 2021
वहीं कुछ दिन पहले ही असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा यहां से जुड़ा एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने यह भी बताया था कि कैसे पुलिस ने करीब 4500 बीघा ज़मीन उनसे खाली करवा ली है, वहां मौजूद 800 परिवारों को भी अब हटाया गया है और कुछ अवैध धार्मिक स्ट्रक्चर भी हटाए गए हैं।
शुरू हुए राजनीती
इधर असम में हुए इस प्रचंड बवाल को लेकर राजनीतिक हलकों में बयानबाजी भी शुरू हो गयी है। वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अब BJP पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने आगे बढ़ते हुए ये भी कहा था कि असम में राज्य सरकार द्वारा ही आग लगाई जा रही है, वह इस कृत्य की निंदा करते हैं। अब राहुल गांधी के अलावा अन्य राजनीतिक दलों, स्थानीय नेताओं ने बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े किए और घेरना शुरू कर दिया है।