नई दिल्ली: असम और मिजोरम के बीच सीमा पर विवाद (Assam-Mizoram Border Dispute) के बाद तनाव बना हुआ है। लगातार दोनों तरफ से बयानबाजी हो रही है। इसी बीच मिजोरम पुलिस ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा सहित छह पुलिस वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जिसके बाद यह मामला सुलझने की बजाय बढ़ गया है। इसी बीच पूरे मामले पर बयानबाजी और तेज हो गई है। असम सरकार में मंत्री अशोक सिंघल (Minister Ashok Singhal) ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि बंदूक से नहीं बातचीत से समाधान निकलेगा।
असम सरकार में मंत्री अशोक सिंघल ने कहा कि हमें बातचीत से समाधान निकालना चाहिए। बंदूक से समाधान नहीं निकलेगा, FIR से समाधान नहीं निकलेगा। इससे आगे बातचीत का रास्ता बंद हो जाएगा, इससे 2 राज्यों के बीच रिश्ते खराब होंगे।
अशोक सिंघल ने कहा-बंदूक से नहीं बातचीत से निकलेगा समाधान।
हमें बातचीत से समाधान निकालना चाहिए। बंदूक से समाधान नहीं निकलेगा, FIR से समाधान नहीं निकलेगा। इससे आगे बातचीत का रास्ता बंद हो जाएगा, इससे 2 राज्यों के बीच रिश्ते ख़राब होंगे: असम सरकार में मंत्री अशोक सिंघल, मिज़ोरम द्वारा असम CM और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज़ करने पर pic.twitter.com/6K9DtrUipd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 31, 2021
सिंघल ने कहा कि बचपना है, नासमझी है, नादानी है… मिज़ोरम की सरकार से आग्रह है कि भारत के संविधान के अंदर रहकर काम करें।
गौर हो कि असम के मुख्यमंत्री सहित छह अफसरों के खिलाफ हत्या की कोशिश, आपराधिक साजिश सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। सभी को 1 अगस्त को पुलिस स्टेशन में हाजिर होने के लिए कहा गया है। अब तक दोनों राज्यों के बीच जारी सीमा विवाद में सात लोगों की जान गई है।