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    कोलकाता. जहाँ बंगाल (West Bengal) में अब विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Election) के चलते राजनीतिक उठापटक अपने चरम पर है। वहीँ अब पश्चिम बंगाल का सियासी अखाड़ा पूरी तह अपने चुनावी पहलवानों के लिए सज चुका है। आज जहाँ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) बंगाल के दो दिन के दौरे पर हैं। वहीं अब ममता बनर्जी (Mamta Banejee) भी फिर से अपने एक्शन मोड में आ चुकी हैं। गौरतलब है कि चोट लगने के बाद वह पहली बार अपने व्हीलचेयर (Wheel Chair) पर रोड शो किया ।

    TMC के नेता और समर्थक सुबह से ही लगे थे जुटने:

    आज कोलकाता में गांधी मूर्ति के पास TMC के नेता और समर्थक सुबह से ही जुटने लगे थे। वहीँ CM ममता ने भी अपनी रैली के पहले ट्वीट किया कि, “हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे, हम निर्डर होकर लड़ेंगे, अब भी मुझे काफी दर्द हो रहा है, लेकिन मैं लोगों का दर्द ज्यादा महसूस कर रही हूं। हम अपनी जमीन की इस लड़ाई में बहुत नुकसान उठाया है और हम और अधिक पीड़ित होंगे, लेकिन हम फिर भी लड़ेंगे। हम डरपोक लोगों के सामने कभी नहीं झुकेंगे।”

    5 किलोमीटर लम्बा  रोड शो और व्हीलचेयर  पर ममता:

    इसके बाद आज अपने चोटिल पैर के साथ CM ममता बनर्जी एक बार फिर चुनावी युद्ध उतरीं। जी हाँ आज ममता बनर्जी ने दक्षिणी कोलकाता में व्हीलचेयर से ही अपनी पद यात्रा की है  आज CM ममता बनर्जी का ये रोड शो 5 किलोमीटर लंबा था। जो उनके ही गढ़ पार्क स्ट्रीट से शुरू हुआ था।   इस 5 किलोमीटर के लम्बे रोड शो को पूरा करते हुए करते हुए CM ममता बनर्जी हजारा पहुंचीं। इसके बाद मंच पर पहुंच कर CM ममता ने कहा कि, “मैंने जीवन में काफी चोटें खाई हैं। लेकिन बंगाल के लोगों के दर्द से तो मेरा दर्द बिलकुल भी कुछ नहीं है। आज देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। में नंदीग्राम में लोगों को सलाम करती हूं। मेरे पैर में चोट भले ही लगी हो, लेकिन मैं पूरे राज्य का दौरा करूंगी।” गौरतलब है कि CM ममता बनर्जी पुरुलिया में कल अपना चुनाव प्रचार करेंगी।

    निर्वाचन आयोग- ममता बनर्जी पर कोई हमला नहीं हुआ था:

    बता दें कि आज निर्वाचन आयोग (Election Commission) के सूत्रों ने रविवार को कहा कि आयोग ने इस बात को खारिज कर दिया है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कोई हमला हुआ था, जिसके कारण उन्हें चोटें आई थीं। आयोग ने दो विशेष चुनाव पर्यवेक्षकों एवं राज्य सरकार की रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद निष्कर्ष निकाला कि तृणमूल कांग्रेस की नेता बनर्जी को जो चोटें आई हैं, वे उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे कर्मियों की चूक का परिणाम हैं।