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    नयी दिल्ली. सुबह की बड़ी खबर के अनुसार अब हाईकोर्ट (High Court) द्वारा लगायी गयी रोक हटाने के बाद, अब आज से उत्तराखंड (Uttarakhand) में चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra 2021) शुरू हो रही है। इतना ही नहीं इन चार धाम यात्रा को लेकर जोर-शोरों से तैयारियां भी की जा रही हैं। इसके साथ ही अब बद्रीनाथ नगर पंचायत ने भी यात्रा को लेकर अपनी जरुरी तैयारी शुरू कर दी है। गौरतलब है कि गुरुवार को लगभग 4 महीने बाद हाईकोर्ट ने चार धाम यात्रा से अब रोक हटा दी है। ऐसे में इस मनागल यात्रा के आज से फिर शुरू होने के बाद अब स्थानीय लोगों में उत्साह का माहौल है।

    व्यापक तैयारियों में जुटा नगर पंचायत

    इधर बद्रीनाथ में नगर पंचायत ने आज अपनी यात्रा शुरू होने से पहले जरुरी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करना शुरू कर दिया है। वहीं नगर पंचायत द्वारा मंदिर परिसर, तप्त कुंड सहित मंदिर के एनी मुख्य मार्गों पर भी जरुरी साफ-सफाई करवाई गई। इसके साथ ही साकेत तिराहे से मंदिर पर जाने वाले मुख्य मार्ग पर रंग-रोगन कर अब इसे और अच्छा कर दिया गया है। इस यात्रा के फिर शुरू होने पर बद्रीनाथ नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित ने बताया कि, अब यात्रा शुरू होने से पूर्व नगर पंचायत धाम में सभी व्यवस्थाओं को सुलभ और सुचारू करने में जुट चुकी है।

    वहीं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने भी कहा कि, उत्तराखण्ड प्रदेश और देशभर के लिए ये बड़ी खुशी की बात है कि, चार धाम यात्रा आज से शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही महाराज ने बताया कि हाईकोर्ट से सशर्त चार धाम यात्रा खोलने की जरुरी परमिशन मिली है। अब उसी के आधार पर जरुरी कोरोना/कोविड प्रोटोकॉल के तहत आज से चार धाम यात्रा शुरू की जाएगी। इसके लिए धामी सरकार ने अब पूरी तैयारी कर ली है।

    ये हैं जरुरी नियम और शर्तें

    • गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने कुछ प्रतिबंधों के साथ इस बार चार धाम यात्रा की इजाजत दी है। 
    • इसके तहत अब बद्रीनाथ धाम में 1200 भक्त या यात्री ही जा सकेंगे। 
    • इसी प्रकार केदारनाथ धाम में 800, गंगोत्री में 600 और यमनोत्री धाम में कुल 400 यात्रियों के जाने की ही अनुमति दी गयी है। 
    • अब हर भक्त या यात्री को कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट और दो वैक्सीन का सर्टिफिकेट भी ले जाना होगा, जो 72 घंटे से अधिक पुरानी न हो। 
    • चार धामों में ‘दर्शन’ के लिए अब इसके लिए पंजीकरण और ई-पास अनिवार्य होगा।
    • केरल, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के भक्तों के लिए, कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक मिलने के बावजूद, यात्रा की तारीख से 72 घंटे पहले की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य है।
    • अब चारधामों में ‘कुंडों’ में ‘डुबकी’ लगाना भी प्रतिबंधित होगा।